scriptतीन अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर 200 दिन बाद धरती पर लौटा सोयूज एमएस-15 विमान | Soyuz MS-15 aircraft returned to Earth 3 astronauts after 6 months | Patrika News
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तीन अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर 200 दिन बाद धरती पर लौटा सोयूज एमएस-15 विमान

-छह महीने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन ( ISS ) में रहने के बाद तीन अंतरिक्ष यात्रियों ( Astronauts ) को लेकर सोयूज एमएस-15 ( Soyuz MS-15 ) सुरक्षित धरती पर लौट आया हैं।-इस मिशन नासा के अंतरिक्ष यात्री जेसिका मेयर, एंड्रयू मोर्गन और रूसी अंतरिक्ष यात्री ओलेग स्क्रिपोचका शामिल थे।-63वां मिशन मई मध्य में शुरू होगा। स्पेसएक्स के डीएम-2 क्रू ड्रैगन उड़ान के जरिए नासा के अंतरिक्ष यात्री डाउग हर्ले और रॉबर्ट बेह्नकेन छह हफ्ते से तीन महीने तक आईएसएस में रुक कर रिसर्च को आगे बढ़ाएंगे।

नई दिल्लीApr 17, 2020 / 06:17 pm

Naveen

Soyuz MS-15 aircraft returned to Earth 3 astronauts after 6 months

छह महीने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन ( ISS ) में रहने के बाद तीन अंतरिक्ष यात्रियों ( Astronauts ) को लेकर सोयूज एमएस-15 ( Soyuz MS-15 ) सुरक्षित धरती पर लौट आया हैं। बता दें कि तीनों अंतरिक्ष यात्री 62वें मिशन होने के बाद सोयूज एमएस-15 विमान से गुरुवार शाम को धरती के लिए रवाना हुए। इस मिशन नासा ( NASA ) के अंतरिक्ष यात्री जेसिका मेयर, एंड्रयू मोर्गन और रूसी अंतरिक्ष यात्री ओलेग स्क्रिपोचका शामिल थे। तीनों अंतरिक्ष यात्रियों ने आईएसएस पर रहते हुए जीव विज्ञान, जैव प्रौद्योगिकी, भौतिक विज्ञान और पृथ्वी विज्ञान को लेकर काफी प्रयोग किए है। अब आगे 63वें मिशन पर क्रू सदस्यों जाएंगे, जो इस रिसर्च को आगे जारी रखेंगे।

मई में होगा 63वां मिशन
बता दें कि 63वां मिशन मई मध्य में शुरू होगा। स्पेसएक्स के डीएम-2 क्रू ड्रैगन उड़ान के जरिए नासा के अंतरिक्ष यात्री डाउग हर्ले और रॉबर्ट बेह्नकेन छह हफ्ते से तीन महीने तक आईएसएस में रुक कर रिसर्च को आगे बढ़ाएंगे। डेमो-2 को मूल रूप से क्रू ड्रैगन की एक छोटी परीक्षण उड़ान के रूप में बनाया गया था।

अंतरिक्ष यात्री जेसिका मेयर की पहली यात्रा
बता दें कि यह मेयर की पहली और ऐतिहासिक अंतरिक्ष यात्रा थी। उनकी यात्रा सफल रही और उन्होंने अपने अनुभव दोस्तों के साथ शेयर किए। उन्होंने अंतरिक्ष स्टेशन के पावर नेटवर्क की एक खराब बैटरी को ठीक करने के लिए आईएएस के बाहर 7 घंटे और 17 मिनट का समय बिताया।

क्या होता है आईएसएस
बता दें कि पांच देशों की परियोजना के तहत आईएसएस का निर्माण हुआ। आईएसएस एक अंतरिक्ष यान है जो पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थित है। परियोजना में अमेरिका, रूस, जापान, यूरोप और कनाडा शामिल हैं। इसका काम टेस्टिंग करना होता है।

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