क्या है फोटो का सच? पहले तो हम आपको ये बात बता दें वायरल हो रही ये तस्वीरें पूरी तरह से फेक हैं और सोशल मीडिया पर झूठ फैलाया गया। दरअसल, ट्विटर पर एक यूजर ने 28 अगस्त को दो तस्वीरें शेयर की। इस तस्वीर के साथ लिखा कि यूपी के गोंडा में हिंदू महिला नीरू गौतम ने कांग्रेस नेता गफूर खान को अपना भाई माना था और राखी तक पहनाई थी, 27 अगस्त को गफूर खान ने नीरू को कुछ काम के सिलसिले में घर बुलाया और नीरू से रेप करके, मार—पिटाई करके घर से भाग गया।
गोंडा पुलिस ने खबर को बताया फर्जी
इस मामले की जब जांच की गई तो गोंडा पुलिस ने पूरे मामले को फर्जी बताया। गोंडा पुलिस की मीडिया सेल ने बताया कि इस मामले की गहनता से जांच में पता चला कि नीरू गौतम नाम की महिला का कांग्रेसी नेता गफूर खान द्वारा बलात्कार करने वाले ये मैसेज पूरी तरह झूठ और निराधार है।
सांप्रदायिक सौहार्द्र को दिखाने के लिए इस्तेमाल होती रही है ये फोटो मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब इस मामले में यूपी पुलिस से बात की गई तो उन्होंने उन्होंने भी इस खबर को फर्जी बताया। इसके बाद इस तस्वीर का सच पता किया गया तो पता चला कि पहली फोटो हिंदू और मुस्लिमों के बीच सांप्रदायिक सौहार्द्र को दिखाने के लिए इसका इस्तेमाल होती रही है। इस फोटो को 21 दिसंबर 2017 को फेसबुक के एक पेज पर शेयर किया गया था। इससे पहले भी 7 अगस्त 2017 को भी इस तस्वीर को शेयर किया गया था। इस पोस्ट में तस्वीर के साथ पूरा वाकया भी शेयर किया गया है।
रेल हादसे में घायल हुई महिला की फोटो अब बात दूसरी फोटो की, जिसमें एक महिला घायल हालत में अस्पताल में एडमिट है। इस फोटो के साथ दावा किया गया कि रेप और मारपीट के बाद महिला की यह हालत हो गई है। वहीं, जब इस तस्वीर के बारे में जानकारी की गई तो पता चला कि तस्वीर 21 नवंबर 2016 की है। यह तस्वीर कानपुर के एक अस्पताल में रेल हादसे की शिकार हुई घायल महिला की है। इस हादसे में ट्रेन की 14 बोगियां पटरी से उतर गई थी और कई यात्री मारे गए थे।