कंपनी ने इसकी दो वैरायटी बनाई है। इसकी कीमत मार्केट में मौजूद यूवी-सी सैनिटाइजर से लगभग आधी है। नेवोन सॉल्यूशंस के फाउंडर नीरज सावंत के मुताबिक यह चीन के यूवी-सी सैनिटाइजर के मॉडल पर आधारित है। सैनिटाइजर के पोर्टेबल फॉर्मेट के तहत इसे सार्वजनिक जगहों में इस्तेमाल के लायक बनाया गया है। जबकि इसके दूसरे फॉर्मेट अस्प्तालों के लिए है। कंपनी का दावा है कि इस खास यूवीसी सैनिटाइजर से एन-95 मास्क भी सैनिटाइज किए जा सकते हैं। जिसके चलते मास्क को दोबारा इस्तेमाल किया जा सकेगा।
कंपनी के फाउंडर ने बताया कि यूवी-सी सैनिटाइजर पर मार्च में काम शुरू किया था। इस सैनिटाइजर को बनाने के लिए कंपनी ने डब्ल्यूएचओ और सीडीसी की वेबसाइट से सार्स कोरोनो वायरस का डेटा डाउनलोड किया। इसके बाद इस पर रिसर्च की। इसमें पाया गया कि कोविड-19 को मारने के लिए अल्ट्रावायलट किरणें असरदार हैं। इसलिए खास तकनीक से सैनिटाइजर को बनाया गया है। इस समय कुछ अस्पतालों में ट्रायल के तौर पर इनका इस्तेमाल किया जा रहा है।