आज हम आपको ऐसे देशों के बारे में बताएंगे जहां रेप के मामले सबसे ज्यादा होते हैं। दरअसल, कुछ साल पहले किसी ने सोशल मीडिया साइट कोरा पर इस तरह का सवाल पूछा था। इसी तरह के मिलते जुलते कई सवाल इस साइट पर आपको मिल जाएंगे। इन सवालों के जवाब बहुत से लोगों ने भी दिया है। मगर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बताए गए सभी जवाबों को सच नहीं माना जा सकता। इसलिए इन आकड़ों को सही भी नहीं माना जा सकता।
इनमें से एक यूजर के अनुसार, “पूरी दुनिया की महिलाएं इस समस्या से जूझ रही हैं। अमेरिका, कनाडा, स्वीडन और ब्रिटेन जैसे सबसे विकसित देशों में रेप की सबसे ज्यादा घटनाएं हुई हैं। दक्षिण अफ्रीका रेप की घटनाओं के मामले में दुनिया में सबसे ऊपर है। यहां हर दिन औसतन 1400 रेप की घटनाएं होती हैं।” कई लोगों ने भारत का नाम इस लिस्ट में सबसे टॉप पर शामिल कर दिया।
वहीं दूसरी तरफ, वर्ल्ड पॉपुलेशन रिव्यू वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2022 के हिसाब से सबसे ज्यादा रेप केस वाले देशों की लिस्ट में सबसे टॉप पर बोट्सवाना है। इस देश में प्रत्येक 1 लाख नागरिकों पर रेप का दर 92.93 है। वहीं दूसरे नंबर पर लेसोथो है जहां रेप के मामलों का दर 82.68 है। तीसरे नंबर पर साउथ अफ्रीका है जहां रेप का रेट 72.10 है और चौथे पर बर्मूडा है जिसका दर 67.29 है।
इस वेबसाइट के अनुसार भारत में रोज 1.81 के दर से मामले सामने आते हैं। इन दरों के हिसाब से आपको यह लग रहा होगा की भारत में बहुत कम रेप के मामले होते हैं। मगर पॉपुलेशन के हिसाब से भारत का आंकड़ा तीसरे नंबर पर है। इस वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार भारत में हर साल 22 हजार से भी ज्यादा रेप के मामले सामने आते हैं।
वहीं सबसे ज्यादा अमेरिका में रेप की घटनाएं घटती है। यहां एक साल में लगभग 84 हजार से भी ज्यादा केस मिले। तो वहीं, अफ्रीका में 42 हजार का आकंड़ा पार कर जाता है। वहीं सभी देशों के इन आकड़ों में केवल वहीं केस शामिल हैं जो पुलिस के पास दर्ज की गई है। आपको बता दें, दुनिया भर में 36 प्रतिशत महिलाएं शारीरिक और यौन हिंसा की शिकार बनी है। अधिकांश देशों में 40 प्रतिशत महिलाएं यौन हिंसा का अनुभव की हुई है। जबकि 10 प्रतिशत से कम महिलाएं कानून का सहारा लेती हैं।
अज़रबैजान, मिस्र, लिकटेंस्टीन जैसे देशों में रेप की घटनाओं का दर न के बराबर है, यानी कि इन देशों में भी ऐसी घटनाएं होती हैं मगर बाकी देशों के मुकाबले इनके आकड़े बहुत कम है। भले हीं इन देशों में रेप के मामले कम हैं, मगर इन देशों में महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न मानवता को शर्मसार करने के लिए काफी है।