बच्चों की भाषण कला का करें विकास[typography_font:14pt;” >धारवाड़-हुब्बल्लीविद्यालय स्तरीय बच्चों में छिपे कौशल को चिन्हित कर उन्हें उपयुक्त मंच मुहैया करवाने संबंधित परिपत्र उत्तर कर्नाटक के सभी विद्यालयों को जारी किए जाएंगे। ये विचार बेलगावी इकाई सार्वजनिक शिक्षा विभाग के अपर आयुक्त मेजर सिद्दलिंगय्या हिरेमठ ने व्यक्त की। वे धारवाड़ जिले के विद्यार्थियों के लिए आयोजित निबंध तथा भाषण प्रतियोगिता के अवसर पर अध्यक्ष के रूप में बोल रहे थे। प्रतियोगिता धारवाड़ के आलूरु वेंकटराव सभागृह में डॉ. एच.एफ. कट्टीमनी माध्यमिक शिक्षा प्रतिष्ठान तथा बेल्लद शिक्षा तथा कृषि प्रतिष्ठान के सहयोग से आयोजित किया गया था। उन्होंने कहा कि विद्यालय स्तरीय बच्चों में छिपी भाषण की कला को चिन्हित कर उन्हें प्रोत्साहित करने से वे भविष्य में सफल वक्ता बन सकते हैं। इस अवसर पर डॉ. एच.एफ.कट्टीमनी ने माध्यमिक शिक्षा प्रतिष्ठान को अनुदान देने वाले बेल्लद शिक्षा तथा कृषि प्रतिष्ठान के प्रति शिक्षा विभाग की ओर से आभार व्यक्त किया। बेल्लद शिक्षा तथा कृषि प्रतिष्ठान के अध्यक्ष चंद्रकांत बेल्लद ने कहा कि बच्चों में छिपी कला को प्रोत्साहित करने मे निबंध तथा भाषण प्रतियोगिता एक बेहतरीन मंच है। इस प्रतियोगिता में हजारों बच्चों ने अपनी कला का प्रमाण दिया। ंचंद्रकांत बेल्लद ने कहा कि आगामी दिनों में डॉ. एच.एफ. कट्टीमनी माध्यमिक शिक्षा प्रतिष्ठान को आवश्यक मदद दी जाएगी। इस प्रतियोगिता में जिले भर से सरकारी तथा वित्त पोषित विद्यालय से हजारों विद्यार्थी शामिल हुए थे। जिला स्तर पर चुने गए विद्यार्थियों का चयन क्ल्स्टर स्तर पर, क्लस्टर (समूह) स्तर पर तथा क्लस्टर स्तर पर चुने गए विद्यार्थियों का चयन तालुक स्तर पर तथा तालुक स्तर पर चुने गए विद्यार्थियों का जिला स्तरीय प्रतियोगिता के लिए चयन किया गया था। जिलास्तर पर चुने गए सभी विद्यार्थियों को प्रोत्साहन धन दिया गया। माध्यमिक विद्यालय के बच्चों को २ हजार रुपए, द्वितीय स्थान पर रहे विद्यार्थियों को १५०० रुपए, तृतीय स्थान पर रहे विद्यार्थियों को १००० रुपए का पुरस्कार दिया गया। इसी प्रकार प्राथमिक विभाग में पहले स्थान पर रहे विद्यार्थी को १५०० रुपए, द्वितीय पुरस्कार पाने वाले विद्यार्थी को १००० रुपए तथा तृतीय पुरस्कार के विजेता को ५०० रुपए का पुरस्कार दिया गया। सभी विजेताओं को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस अवसर पर शिक्षा विशेषज्ञ शिवशंकर हिरेमठ, रमजान दर्गा, जी.सी. तल्लूर, ए.बी. पाटील सहित कई उपस्थित थे।