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हुबली

शौचालय होने पर भी खुले में शौच को मजबूर छात्राएं

शौचालय होने पर भी खुले में शौच को मजबूर छात्राएं-सरकारी बालिका स्कूल का हाल-पानी की कमी के चलते जड़ा तालाहुब्बल्ली

हुबलीFeb 21, 2020 / 08:38 pm

Zakir Pattankudi

शौचालय होने पर भी खुले में शौच को मजबूर छात्राएं

शौचालय होने पर भी खुले में शौच को मजबूर छात्राएं

पानी की कमी

स्कूल में बच्चों को पीने के लिए भी पानी नहीं मिल रहा है। इसके चलते बच्चे घर से ही बोतल में पानी लाने को मजबूर हैं। इसके कारण बच्चों को पेयजल के लिए भी जूझने की स्थिति पेश आई है।

भवन निर्माण के लिए उपयोग

स्कूल के शिक्षकों तथा बच्चों का आरोप है क स्कूल के लिए आपूर्ति होने वाले पानी को स्कूल परिसर में निर्माणाधीन समुदाय भवन निर्माण कार्य के लिए ठेकेदार इस्तेमाल कर रहा है। इससे शौचालय के लिए जरूरी पानी उपलब्ध नहीं हो रहा है।

आधुरी मरम्मत

शौचालय मरम्मत तथा स्कूल विकास के लिए सरकार की ओर 2.50 लाख रुपए का अनुदान मंजूर हआ था। इस अनुदान में नए शौचालय का निर्माण करने के बजाए पूराने शौचालय की ही आधुरी मरम्मत की गई है। पांच माह बीतने पर भी बच्चों को इस्तेमाल के लिए देने के बजाए ताला लगाय गया है।

कंपाउंड भी गिरा

स्कूल शौचालय के पीछे स्थित कंपाउंड भी गिरा है। बच्चियों को किसी प्रकार की सुरक्षा नहीं होने से भय में ही खुले में शौच को जाती हैं।

ज्ञापन सौंपा है

पानी की समस्या होने से शौचालयों का ताला लगाया गया है। उच्च अधिकारियों तथा टाउन पंचायत को तीन बार पानी की समस्या का समाधान करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौपा है।
बी.एफ. उल्लागड्डी, प्रभारी मुख्यअध्यापक

अनुदान का सही तौर पर इस्तेमाल नहीं किया

सरकार की ओर से शौचालय, पेयजल, स्कूल विकास के लिए अत्यधिक अनुदान मंजूर हुआ है परन्तु पूर्व के मुख्य अध्यापक ने अनुदान का सही तौर पर इस्तेमाल नहीं किया, पुराने शौचालयों की ही मरम्मत करवाई गई है।
किशोर पतंगी, उपाध्यक्ष, स्कूल एसडीएमसी

शीघ्र होगा समस्या का समाधान

स्कूल का दौरा कर समीक्षा की गई है। पानी की समस्या के कारण शौचालयों को ताला लगाया गया है। शीघ्र समस्या का समाधान किया जाएगा।
उमादेवी बसापुर, क्षेत्र शिक्षाधिकारी, कलघटगी

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