मार्च से चलेगी गोल्डन चैरियट ट्रेन [typography_font:14pt;” >हुब्बल्लीआगामी मार्च महीने से राज्य में एक बार फिर से गोल्डन चैरियट ट्रेन का परिचालन शुरू होने की संभावनाएं बलवती हो गई हैं। मंगलवार को दक्षिण पश्चिम रेलवे (दपरे) तथा कर्नाटक राज्य पर्यटन उद्योग विकास निगम ने गोल्डन चैरियट ट्रेन चलाने के लिए दपरे महाप्रबंधक अजयकुमार सिंह तथा निगम के मुखिया शिवराज सिंह के समक्ष हस्ताक्षर किए। दपरे की ओर से मुख्य वाणिज्य प्रबंधक एन. हरिकुमार डी.वाई. तथा पर्यटन उद्योग विकास निगम की ओर से डॉ. नागराज ने समझौते पर हस्ताक्षर किए। इनके साथ भारतीय रेलवे रसोई एवं पर्यटन उद्योग निगम के भी समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। गोल्डन चैरियट में इतिहास के बारे में नई जानकारी शामिल की गई है। राज्य के इतिहास, संस्कृति, वन्यजीव एवं प्राकृतिक स्थलों को ले जाया जाएगा। गोल्डन चैरियट यशवंतपुर (वाईपीआर)-वास्को-द-गामा (वीएसजी) से मैसूरु, श्रवणबेलगोला, होसपेटे, बादामी में आठ दिन तथा सात रात चलेगी। यह मैसूरु, कबिनी नदी का बैक वाटर, गोवा के अद्भुत मंदिर, चर्च, सुंदर प्राकृतिक स्थल, हलेबिडु तथा बेलूरु, कृष्णदेवराय साम्राज्य, बादामी की गुफाएं, ऐहोले तथा पट्टदकल्ल को जोड़ेगी। दूसरी गोल्डन चैरियट ट्रेन यशवंतपुर (वाईपीआर)-तिरुवनंतपुरम् (टीवीसी) आठ दिन तक चेन्नई, महाबलीपुरम्, पुदुच्चेरी, तंजावूरु, मधुराई, कन्याकुमारी, कोच्ची तथा तिरुवनंतपुरम् मंदिरों के अद्भुत पुराने वैभव को पर्यटक देख सकते हैं।