ठोस कदम उठाने की मांग
पुराने रसोईघर का निर्माण 2009 में किया गया था। पुराने रसोई घर की इमारत अच्छी तरह से सुसज्जित होने की वजह से तालुक पंचायत इंजीनियर ने पुरानी इमारत को ढहाने की अनुमति नहीं दी। इसकी वजह से नाराज हुए किशन राठौड़ ने रसोई घर के कक्ष को जेसीबी की मदद से ढहा दिया। किशन राठौड़ की इस हरकत से ग्रामीणों में रोष है।अपने गुस्से का इज़हार करते हुए स्थानीय निवासी नंजु ने कहा कि रसोई घर ढहाने की अनुमति न दिए जाने के बावजूद रसोईघर को अचानक ढहाकर पूर्व अध्यक्ष किशन राठौड़ ने सरकार का नुकसान ही किया है। उन्होंने अच्छी तरह से सुसज्जित रसोई घर को ढहाने वालों के खिलाफ ठोस कदम उठाने की मांग रखी।
इनका कहना है
वर्ष 2009 में निर्मित रसोई घर को ढहाने की अनुमति न दिए जाने के बावजूद इसे ढहाकर एसडीएमसी के पूर्व अध्यक्ष ने अहंकारी होने का परिचय दिया है। रसोई घर उस समय ढहाया गया जिस वक्त स्कूल में कोई न था। इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से की जाएगी। राठौड़ की इस हरकत से सभी नाराज हैं।
–सुनंदा, प्राचार्य, फुटपाक तांडा (बंजारा बस्ती) विद्यालय।