पूर्व सैनिकों के बच्चों के लिए छात्रावास व सैनिक भवन-जिलाधिकारी दीपा चोळन ने कहा[typography_font:14pt;” >धारवाड़-हुब्बल्लीजिलाधिकारी दीपा चोळन ने कहा है कि धारवाड़ में पूर्व सैनिकों के बच्चों के लिए छात्रावास व सैनिक भवन का निर्माण किया जाएगा। वे, धारवाड़ के जिलाधिकारी कार्यालय सभा भवन में मंगलवार को आयोजित जिला सैनिक बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता कर बोल रही थी। उन्होंने कहा कि धारवाड़ में मौजूदा पूर्व सैनिकों के बच्चों के बालिका छात्रावास की क्षमता को 25 से बढ़ाकर 50 तक किया जाएगा। साथ ही 50 बालकों की क्षमता वाले पृथक छात्रावास का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा सैनिक भवन के निर्माण के लिए भूखंड चिन्हित किया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि जुड़वां शहर में पूर्व सैनिकों की पढ़ाई के लिए पृथक बालकों के छात्रावास तथा सैनिक भवन निर्माण के लिए एक एकड़ भूखंड चिन्हित किया जाएगा। इस दिशा में हुब्बल्ली-धारवाड़ शहरी विकास प्राधिकरण तथा तहसीलदार से समन्वय कर कार्यप्रवृत्त होने के लिए सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कल्याण विभाग अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों के बच्चों के विवाह के लिए सहायता राशि को 5 हजार से 25 हजार रुपए तक बढ़ाने समेत अन्य आर्थिक सहायता की मात्रा बढ़ाने को लेकर सरकार से मांग की जाएगी। पूर्व सैनिक संगठनों के पदाधिकारियों ने गदग, हावेरी एवं बल्लारी जिलों में स्थित प्रमुख अस्पतालों में पूर्व सैनिक एवं उनके परिजनों को चिकित्सा सेवा तथा ईसीएसएचएस योजना के तहत सुविधा उपलब्ध करने के लिए संबंधित जिलाधिकारियों से चर्चा करने की मांग की। धारवाड़ जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में स्थित कर्गिल शहीद स्मारक की देखरेख सरकार की ओर से करने के लिए पूर्व सैनिक एवं वीरनारी विकास संगठन के सदस्यों ने मांग की। इसके चलते कर्गिल शहीद स्मारक को जिला सैनिक कल्याण बोर्ड को हस्तांतरित करने के लिए कहा गया है। बैठक में समिति के सदस्य विंग कमांडर ईश्वर कमडोल्ली, एयर कमांडर सी.एस. हवाल्दार, आनंद यमनूर, अधिवक्ता एस.एम. तुगशेट्टी, पूर्व सैनिक एम.एम. अमरशेट्टी, एम.वी. करमरी, प्रसादगौड़ा पाटील, टी.एस. पाटील, दिनेश चन्द्रशेखर शिशुविनहल्ली समेत गदग, हावेरी तथा बल्लारी जिलों के पैर्व सैनिक संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे।