खनन पट्टों के नवीनीकरण में हुई अनियमितता की हो जांच[typography_font:18pt;” >पणजीगोवा के लोकायुक्त पी.के. मिश्रा ने सरकार से राज्य में ८८ खनन पट्टों के नवीनीकरण में हुई अनियमितता की जांच की सिफारिश की है। सिफारिश में उन्होंने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर, खान विभाग के मुख्य अधिकारी प्रसन्न आचार्य तथा पवनकुमार सेन के खिलाफ सीबीआई जांच की सिफारिश की है। ऐसा राज्य के इतिहास में पहली बार हुआ है कि एक पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ लोकायुक्त ने जांच की सिफारिश की हो। इसके साथ ही लोकायुक्त मिश्रा ने खान अधिकारी प्रसन्न आचार्य तथा पवन सेन को बर्खास्त करने की सिफारिश भी की है। वर्तमान में आचार्य दक्षिण गोवा में जिलाधिकारी के रूप में पदस्थापित हैं, जबकि पवनकुमार सेन राष्ट्रपति कार्यालय में कार्यरत हैं। गौरतलब है कि गोवा फाउंडेशन के क्लाउड अल्वारीस ने आरोप लगाया था कि पार्सेकर जब राज्य के मुख्यमंत्री थे उस दौरान राज्य की ८८ खदानों का नियमों को ताक में रखकर आनन-फानन में नवीनीकरण कर दिया गया, जिसमें बड़ी वित्तीय गड़बड़ी किए जाने की आशंका जताई गई थी। इसके बाद लोकायुक्त की जांच में आरोप सही पाए गए और इसके बाद लोकायुक्त ने सरकार को अपनी सिफारिश भेजी।