समाजसेवा के कार्य कर समाज में बनाई अपनी पहचान-भारतीय जैन संघठन के पदाधिकारियों की संपर्क यात्रा-पूर्व अध्यक्ष महावीरचंद पारेख ने कहा[typography_font:14pt;” >इलकल (बागलकोट).भारतीय जैन संघठन कर्नाटक के प्रांतीय अध्यक्ष उत्तमचंद बांढीया, सचिव आशीष भंसाली, प्रांतीय पूर्व अध्यक्ष महावीरचंद पारेख, पूर्व सचिव विजयकुमार रूणवाल तथा सदस्य अरुण रूणवाल का आज सुबह इलकल शहर में संपर्क यात्रा के तहत आगमन हुआ। अतिथियों का बीजेएस एवं जैन समाज के सदस्यों ने भावभिना हार्दिक स्वागत किया। बीजेएस इलकल तालुक इकाई की ओर से महावीर भवन में संगठन अध्यक्ष अनुज बोरा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में बीजेएस के प्रांतीय पूर्व अध्यक्ष महावीरचंद पारेख ने कहा कि देश में भारतीय जैन संघठन की ओर से समाजसेवा के अनेक कार्य क्रियान्वयन है। विशिष्ट समाजसेवा के कार्यों से समाज में अपनी पहचान बनाई है। बीजेएस की ओर से शुरू के दौर में वर-वधू परिचय सम्मेलन का आयोजन किया जाता था। इसके बाद में संगठन ने सामाजिक, शैक्षणिक, गरीबों की मदद, जल संरक्षण, स्वास्थ्य, पौधे रोप कर पर्यावरण का संरक्षण के साथ बेटियों एवं महिलाओं को मजबूत करने का बीड़ा उठाए हैं। भारतीय जैन संघठन के कार्यक्रम में युगल का सशक्तिकरण, महिला सशक्तिकरण, स्मार्ट गल्र्स के अंर्तगत बेटियों, महिलाओं को मजबूत करने का कार्य किया जा रहा है। उच्च शिक्षा के लिए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया जाता है। आम आदमी जैसे अपने धन को भविष्य के लिए सुरक्षित रखता है, उसी तरह से हमें पानी को सहजने के लिए जमीनी स्तर पर इसे सुरक्षित रखने का कार्य करने की आवश्यकता है। मौसम में काफी बदलाव हो रहा है। प्राकृतिक संसाधनों के दोहन से प्रदुषण बढ रहा है। पानी का भरपूर दोहन से जमीन में उसका स्तर घटता जा रहा है। भविष्य में लोगों को पानी की किल्लत से जूझना पड़ सकता है। भविष्य के लिए पानी के लिए जूझना न पड़े इसलिए बीजेएस ने कर्नाटक सरकार के सहयोग से जमीनी जल स्तर को बढाने के लिए तालाबों से गाध निकालने तथा पानी संग्रह करने का कार्य किया जा रहा है। इलकल तथा आसपास तालाब रहे तो उसकी शिनाख्त कर जिलाधिकारी से संपर्क करें और पानी संरक्षण करने में सहयोग करें। आगामी 5 जून को बीजेएस की ओर से पौधे रोपने का कार्यक्रम रहेगा तो इलकल में भी पौधे रोप कर पर्यावरण संरक्षण का कार्य करें। पौधों को रोपने से काम पुरा नहीं होता बल्कि जब तक वह पौधा बडा होकर पेड नहीं बन जाता तब तक ध्यान तथा देखभाल की जिम्मेदारी निभानी चाहिए। बीजेएस के प्रांतीय सचिव आशीष भंसाली ने कहा कि आज समाज की स्थिति क्या बनी हुई है इससे हम सब वाकिफ हैं। लोगों का आपसी मिलना जुलना कम हो गया है। संस्कारों की कमी होने लगी है। बीजेएस की ओर से बालिकाओं तथा महिलाओं को सशक्तिकरण करने के साथ जीवन जीने की कला सिखाई जाती है। जैन धर्म में दया और दान का विशेष महत्व है। किसी प्यासे को पानी पिलाना पुण्य का कार्य समझते हैं। जब हम तालाब में पानी संग्रह का कार्य करते हैं तो लोगों के साथ प्राणीयों तथा पक्षियों को भी पानी पीने में सुविधा मिलेगी। हमें सिर्फ अपने व्यापार में व्यस्त नहीं रहना है बल्कि थोड़ा समय समाजसेवा के कार्य में लगाना चाहिए। जैनियों की दो संस्थाएं जीतो और बीजेएस समाजसेवा के कार्यों में अग्रणी है। उन्होंने कहा कि पीने के साथ खेती के के लिए पानी का संरक्षण किया जाना आवश्यक है। अल्पसंख्यकों के लिए सरकार की ओर से बहुत सी सुविधाएं उपलब्ध है। उनका सदुपयोग करना चाहिए। जैन भवन का नवीनीकरण करने के लिए सरकार से अनुदान मिलता है। बीजेएस के प्रांतीय अध्यक्ष उत्तमचंद बांढीया ने कहा कि सब मिलकर काम करते हैं तो सफलता मिलना निश्चित है। संपर्क यात्रा का उद्देश्य संगठन की ओर से किए जाने वाले कार्यक्रम की जानकारी देकर सभी को जोडऩा है। सामूहिक तौर पर सभी को अपनी सहभागिता का निर्वाह करना है। बीजेएस इलकल इकाई के सचिव नवीन मेहता ने स्वागत और परिचय दिया। अतिथियों को सम्मानित किया गया। अतिथियों ने भी बीजेएस इलकल इकाई अध्यक्ष अनुज बोरा तथा सचिव नवीन मेहता का अभिनंदन किया। जैन समाज के प्रमुख सज्जनराज मेहता ने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि कुछ वर्ष पहले हुबली के बीजेएस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गौतम बाफना के नेतृत्व में सदस्यों का दल इलकल आया था और उस समय यहां बीजेएस शाखा का गठन किया गया। तब से बीजेएस के तत्वावधान में अनेक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ है। इलकल शाखा के प्रथम अध्यक्ष गौतम बोरा और सचिव संजय मेहता बने थे। आज उन दोनों के पुत्र यह जिम्मेदारी अच्छे से निर्वाह कर रहे हैं। अंत में नवीन मेहता ने आभार जताया।……………………………………..