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हुबली

यक्षगान प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित करने की आवश्यकता

यक्षगान प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित करने की आवश्यकता

हुबलीJan 12, 2021 / 12:07 pm

S F Munshi

यक्षगान प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित करने की आवश्यकता

यक्षगान प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित करने की आवश्यकता

यक्षगान प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित करने की आवश्यकता
-यक्षगान अकादमी की सदस्य निर्मला गोळिकोप्प ने कहा
सिरसी-कारवार
यक्षगान अकादमी की सदस्य निर्मला गोळिकोप्प ने कहा कि सिरसी तालुक के कडबाळ में यक्षगान प्रशिक्षण शिविर का आयोजन कर इच्छुक बच्चों को प्रशिक्षण देने के लिए प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित करने की आवश्यकता है।
वे सिरसी तालुक के कडबाळ में यक्षगान प्रशिक्षण शिविर के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि यक्षगान कला को जीवित रखने तथा कलाकारों के कल्याण की दिशा में विभिन्न योजनाएं बनाई गई हैं। जिले में यक्षगान संगठन विकसित होने की आशा के साथ कार्य किया जा रहा है। जिले के 24 यक्षगान कलाकारों को सरकार की ओर से मिलने वाले मासिक पेंशन की सुविधा उपलब्ध करने के प्रयास किए जा रहे हैं। यक्षगान प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित करने के लिए इच्छुकों के आगे आने पर अकादमी की ओर से मिलने वाली सभी सुविधाएं उपलब्ध की जाएंगी।
वरिष्ठ यक्षगान कलाकार सत्यनारायण हेगडे कडबाळ ने कहा कि यक्षगान सीखने से बच्चों में एकाग्रता तथा प्रबुद्धता विकसित होती है। उस दौर में यक्षगान सीखने के लिए घरबार को छोड कर प्रशिक्षकों के साथ जाना पडता था। अब हालात बदल गए हैं। यक्षगान प्रशिक्षण देने वालों के होने के बावजूद प्रशिक्षण प्राप्त करने वालों की संख्या कम है।
शबर संस्था के संस्थापक नागराज जोशी सोंदा ने कहा कि यक्षगान व्यक्ति प्रधान कला होने के बजाय कला प्रधान होने पर ही कला जीवित और विकसित हो सकती है। कन्नड संस्कृति विभाग के अप्रयोजक नियम यक्षगान प्रदर्शन के लिए घातक हो रहे हैं। कार्यक्रम प्रदर्शित करने के लिए जारी विविध नियमों के कारण जिले में प्रदर्शन होने के बावजूद सरकार की सुविधाओं से वंचित होने की परिस्थिति बनी हुई है। कलाकारों के बीच के मतभेदों को भूल कर एकजुट होकर ऊंची आवाज में विभाग के नियमों का विरोध करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि समाज में यक्षगान कलाकारों की पहचान करने के साथ स्थानीय यक्षगान कलाकारों को अतिरिक्त अवसर उपलब्ध करने का कार्य होना चाहिए। यक्षगान कडबाळ की ओर से हर रविवार दोपहर यक्षगान अकादमी तथा शबर संस्था की ओर से निरंतर प्रशिक्षण शिविरों को आयोजित किया जा रहा है। इच्छुक व्यक्तियों को शिविर का लाभ लेना चाहिए।
इस अवसर पर ग्राम पंचायत सदस्य अनुसूया हेगडे, तिममय्या हेगडे, कडबाळ दुग्ध उत्पादक महिला संघ की अध्यक्ष भव्या हेगडे, यक्षगान कलाकार वेंकरमण हेगडे, जट्टी मुक्री आदि उपस्थित थे।
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