सड़क हादसों में हर वर्ष डेढ़ लाख लोगों की मौत[typography_font:14pt;” >हुब्बल्लीअपर परिवहन आयुक्त मारुति सांब्राणी ने कहा हैकि देश भर में सड़क हादसों के कारण हर वर्ष 1.5 लाख लोगों की मृत्यु हो जाती है। लगभग पांच लाख लोग गम्भीर रूप से घायल हो जाते हैं। 19 से 34 आयु के युवाओं की मृत्यु दर 34 प्रतिशत होना भयानक है। हर एक को सड़क तथा यातायात नियमों का पालन करने के जरिए हादसों पर काबू पाया जा सकता है। नवनगर के धारवाड़ पश्चिम प्रादेशिक परिवहन कार्यालय में गुरुवार को जिला सड़क सुरक्षा, सूचना एवं सार्वजनिक संपर्क विभाग, वासन आई केयर की ओर से आयोजित यातायात जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का उद्घाटन करते हुए सांब्राणी ने कहा कि अधिक सड़क हादसे होने वाले राज्यों की सूची में कर्नाटक राज्य चौथे स्थान पर है। हादसों की संख्या कम करने के लिए हर एक को यातायात नियमों को समझकर आत्मसात करना चाहिए। कर्नाटक में हर वर्ष लगभग दस हजार लोग सड़क हादसों से जान गंवा रहे हैं। हेलमेट नहीं पहनने के कारण 16 प्रतिशत तथा तेज रफ्तार से वाहन चलाने से 64 प्रतिशत हादसे हो रहे हैं। शराब पीकर, मोबाइल पर बात करते हुए वाहन चलाना भी हादसों के लिए कारण बना है। हादसे होने पर मोबाइल में फोटो, वीडियो बनाना छोड़कर घायलों के लिए जरूरी इलाज कराकर इंसानियत का सबूत देना चाहिए। पुलिस, परिवहन अधिकारियों के पूछने पर सभी जरूरी दस्तावेजों को उपलब्ध करना चाहिए। दस्तावेजों की मूल प्रति नहीं होने पर डीजी लॉकर मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड कर आधार संख्या दर्ज करने के जरिए सभी दस्तावेजों की सॉफ्ट कॉपियों को बता सकते हैं। सेवानिवृत्त जिला शल्य चिकित्सक डॉ. वीडी कर्पूरमठ ने कहा कि हादसों के तुरन्त बाद चिकित्सा उपलब्ध करना जरूरी है। हादसा होने के प्रथम एक घंटे में इलाज मिलने पर जान बचाने का मौका होता है। हादसों में घायलों को नहीं डरा कर उनमें आत्मविश्वास जगाना चाहिए। दुर्घटना के दौरान आंख में समस्या होने पर आंखों को रगडऩा नहीं चाहिए, शुध्द पानी में चेहरा डुबो कर आंखों को घुमाना चाहिए। जितना संभव हो सके तुरंत अस्पताल पहुंचाना चाहिए। नवनगर कैंसर अस्पताल के डॉ. उमेश हल्लिकेरी, सूचना विभाग के वरिष्ठ सहायक निदेशक मंजुनाथ डोल्लिन, आरटीओ निरीक्षक अरुण कट्टिमनी, वासन आई केयर के मंजुनाथ भैरप्पनवर समेत कई उपस्थित थे।