इतना आसान नहीं होता
दिल को मुझे समझाने में
कुछ देर तो लगती है।। भरी महफिल में जब कोई
अचानक याद आ जाए
फिर आंसू छुपाने में
कुछ देर तो लगती है।
अचानक याद आ जाए
फिर आंसू छुपाने में
कुछ देर तो लगती है।।
जो शक्स जान से प्यारा हो
अचानक दूर हो जाए
तो दिल को यकीन दिलाने में
कुछ देर तो लगती है।
अचानक दूर हो जाए
तो दिल को यकीन दिलाने में
कुछ देर तो लगती है।। – सिद्धि लूंकड़, कवयित्री, हुब्बल्ली