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हुबली

कला, संस्कृति के साथ कन्नड़ को भी दें बढ़वा

कला, संस्कृति के साथ कन्नड़ को भी दें बढ़वा

हुबलीOct 28, 2021 / 12:12 am

S F Munshi

कला, संस्कृति के साथ कन्नड़ को भी दें बढ़वा

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कला, संस्कृति के साथ कन्नड़ को भी दें बढ़वा
-सामाजिक कार्यकर्ता लक्ष्मण बक्काई ने की अपील
धारवाड़
सामाजिक कार्यकर्ता लक्ष्मण बक्काई ने कहा है कि कर्नाटक की कला और संस्कृति को जीवित रखने के लिए राज्य सरकार की ओर से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसका लाभ उठाते हुए ग्रामीण समेत सभी कलाकारों को कन्नड़ का प्रचार करना चाहिए।
वे धारवाड़ में बुधवार को 66वें कन्नड़ राज्योत्सव के उपलक्ष्य में कन्नड़ एवं संस्कृति विभाग धारवाड़, डॉ. द.रा. बेंद्रे राष्ट्रीय स्मारक ट्रस्ट, डॉ. मल्लिकार्जुन मंसूर राष्ट्रीय स्मारक ट्रस्ट, पंडित बसवराज राजगुरु राष्ट्रीय स्मारक ट्रस्ट, कर्नाटक कुलपुरोहित आलूरु वेंकटराव राष्ट्रीय स्मारक ट्रस्ट, चित्रकला शिल्पी डीवी हालभावी राष्ट्रीय स्मारक ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कन्नड़क्कागी नावु कन्नड़ राज्योत्सव अभियान के तीसरे दिन के कार्यक्रम का उद्घाटन कर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि भारतीय कला एवं संस्कृति की मुख्य जड़ों को अगली पीढ़ी को अवगत कराने के साथ उन्हें उच्च स्तर पर विकसित करना चाहिए। हमारी संस्कृति एवं कला प्रकार ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक होने के कारण उन्हें ऐसे अवसर पर प्रदर्शित कर जानपद कला को जीवित रखने का कार्य करना चाहिए। इससे कन्नड़ का विस्तार होगा। बच्चों को हमारी कला के बारे में जानकारी देकर उन्हें हमारी संस्कृति एवं परम्परा को आगे बढ़ाने की प्रेरणा देनी चाहिए।
साहित्यकार महादेव दोड्डमनी ने कहा कि आज अभिभावक अपने बच्चों को कन्नड़ मीडियम स्कूल के बजाए अंग्रेजी मीडियम स्कूल में पढ़ा रहे हैं। इससे कन्नड़ भाषा की अनदेखी हो रही है। ऐसी परिस्थितियों में कन्नड़ को प्रोत्साहन देने की जिम्मेदारी हर एक कन्नड़ भाषी पर है। कलाकार कला को जीवित रखने के साथ साथ कन्नड़ भाषा का भी विस्तार कर रहे हैं जो सराहनीय कार्य है।
रंगायण के निदेशक रमेश परविनायकर ने कहा कि कन्नड़ भाषा को अगली पीढ़ी तक पहुंचाने में इस प्रकार के कार्यक्रम सहायक हो रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं जानपद कला में अधिक रुची दिखाने के साथ जीवन में सफलता हासिल कर रही हैं।
कन्नड़ एवं संस्कृति विभाग की ओर से प्रकाश मल्लिगवाड और साथियों ने आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किया।

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