दिलचस्प है सिख इतिहास
केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए बलिदान देने वाले सिखों का इतिहास रोमांचक है। इस समुदाय की विरासत सभी के लिए एक उदाहरण है।
![](data:image/svg+xml,%3csvg%20xmlns=%27http://www.w3.org/2000/svg%27%20version=%271.1%27%20width=%27400%27%20height=%27266%27/%3e)
![दिलचस्प है सिख इतिहास](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fcms.patrika.com%2Fwp-content%2Fuploads%2F2023%2F12%2F28%2Fgurudwara.jpg%3Ffit%3Dcover%2Cgravity%3Dauto%2Cquality%3D75&w=828&q=75)
केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने की सराहना
हुब्बल्ली. केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए बलिदान देने वाले सिखों का इतिहास रोमांचक है। इस समुदाय की विरासत सभी के लिए एक उदाहरण है।
वे शहर के देशपांडे नगर स्थित गुरुद्वारा के गुरुसिंह सभा भवन में साहिब दादा बाबा जोरावर सिंह एवं फतेह सिंह साहब की स्मृति में आयोजित राष्ट्रीय वीरबाला दिवस कार्यक्रम में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि सिख गुरु गोबिंद सिंह के पुत्र जोरावर सिंह और फतेह सिंह का शहीदी दिवस 2022 से वीरबाला दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने संस्कृति की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। हमें उनके जीवन को और मुगल सेना ने उन्हें कैसे बेरहमी से मार डाला इस बारे में जानने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और विभिन्न राज्यों में गुरुनानक जयंती और गुरु गोविंद सिंह जयंती को सरकारी अवकाश घोषित किया गया है। राज्य में भी अवकाश घोषित करने की समुदान ने मांग की है।
जोशी ने कहा कि महाराष्ट्र और विभिन्न राज्यों में गुरु नानक जयंती और गुरु गोविंद सिंह जयंती के दिन सरकारी छुट्टियां घोषित की गई हैं। समाज ने राज्य में भी अवकाश घोषित करने का अनुरोध किया है। उन्होंने बलवीर दिवस के स्थान पर साहेब जादे सादत दिवस घोषित करने की मांग को लेकर ज्ञापन भी सौंपा है। इस मामले पर संबंधित अधिकारियों और मंत्रियों से चर्चा की जाएगी।
विधायक अरविंद बेल्लद, महेश टेंगिनकाई, भाजपा नेता विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी, सिख समुदाय के नेता जसमिल सिंह, जसवीर सिंह, प्रीतम सिंह, हरपाल सिंह, इकबाल सिंह, राजेंद्र सिंह मौजूद थे।
Hindi News/ Hubli / दिलचस्प है सिख इतिहास