उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस गंभीर कोविड पीडि़तों को दी जाने वाली चिकित्सा के साइड इफेक्ट के कारण बढ़ रहा है। इस बारे में चिकित्सा विशेषज्ञों से जानकारी प्राप्त की है। ब्लैक फंगस की रोकथाम तथा इलाज के लिए जरूरी दवाइयों को राज्य को पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करने को लेकर केंद्र सरकार के स्वास्थ्य सचिव को अवगत कराया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तथा सचिव को निविदा के जरिए जरूरी दवाइयों को खरीदने को कहा है। देश में कोरोना पॉजिटिव रोगियों की संख्या अधिक होने के बावजूद मरने वालों का संख्या प्रतिशत कम है। कोरोना से एक व्यक्ति की भी मृत्यु होती है तो वह दुखद है।
केंद्रीय मंत्री जोशी ने कहा कि किम्स को 25 बीएल वेंटिलेटर मिले हैं। जिले में आठ-दस दिन के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन का स्टॉक है। जिले के लिए जरूरी ऑक्सीजन बेड की संख्या बढ़ाई जाएगी। कुवैत से आए 50 मीट्रिक टन ऑक्सीजन को विभिन्न जिलों को बांटा जाएगा। लोगों को कोविड के लक्षण दिखाई देने पर तुरन्त समीप के अस्पताल जाकर इलाज प्राप्त करना चाहिए। आरम्भ में इलाज प्राप्त करने वालों को कोविड से अधिक समस्या नहीं हुई। सभी को अनिवार्य तौर पर मास्क पहनकर घर में ही रहना चाहिए।
इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य प्रदीप शेट्टर, किम्स निदेशक रामलिंगप्पा अंटरतानी, केएलई शिक्षण संस्था के शंकरण्णा मुनवल्ली, आरएसएस के श्रीधर, जितो के राकेश कटारिया, गौतम ओसवाल, किशन कटारिया, विनोद कुमार पटवा समेत कई उपस्थित थे।
9 लीटर क्षमता के 6 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर
जीतो हुब्बल्ली के अध्यक्ष शांतिलाल ओसवाल ने कहा कि जैन इंटरनेशन ट्रेड ऑर्गनाइजेशन (जीतो) की ओर से स्कूल वाहन को आपात मौके के इलाज के लिए परिवर्तित किया गया है। कोविड पीडि़त मरीज किम्स में बेड उपलब्ध होने तक वाहन में रहकर इलाज प्राप्त कर सकते हैं। कुल छह जनों को ऑक्सीजन सहित अन्य सुविधाओं को बस में उपलब्ध किया गया है। 72 हजार रुपए लागत के नौ लीटर क्षमता के छह ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बस में लगाए गए हैं। देश में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की कमी होने से दुबई से आयात कर बस को तैयार किया गया है। चेन्नई में इस तर्ज के 20 वाहनों को तैयार कर सरकार को दिया गया है। आगामी दिनों में धारवाड़ जिला अस्पताल को भी ऑक्सीजन ऑन व्हील्स वाहन दिया जाएगा।