एक हजार कलाकृतियां स्थापित होंगी
संगोल्ली एक छोटा सा गांव है। कित्तूर संस्थान के शासन में यह गांव था। वीर संगोल्ली रायण्णा की यह जन्म स्थली है। संगोल्ली रायण्णा कित्तूर रानी चन्नम्मा के अंगरक्षक बल के प्रमुख थे। कित्तूर संस्थान का प्रशासन, स्वतंत्रता आंदोलन शुरू करने के बारे में, संगोल्ली रायण्णा का जन्म, बचपन, किशोरावस्था में खेले खेल, अंग्रेजों के खिलाफ किया संघर्ष, छापामार युध्द, अंत में उसे फांसी पर चढ़ाने समेत कित्तूर रानी चन्नम्मा को कैद करने, जेल भेजने समेत पूरी जानकारी कलाकृतियों के रूप में उकेरा जा रहा है। लगभग एक हजार कलाकृतियां यहां स्थापित होंगी।राजहर्ष सोलबक्कनवर को कलाकृतियों की जिम्मेदारी
उत्सव रॉक गार्डन को तैयार करने वाले राजहर्ष सोलबक्कनवर ने इन कलाकृतियों को तैयार करने की जिम्मेदारी ली है। अब तक 600 से अधिक कलाकृतियां तैयार होकर अंतिम रूप प्राप्त किया है और चार सौ कलाकृतियां तैयार होने पर कार्य पूरा होगा।सैनिक स्कूल की स्थापना
विजयपुर स्थित सैनिक स्कूल की तर्ज पर संगोल्ली में सैनिक स्कूल का निर्माण किया जा रहा है। तत्कालीन मुख्यमंत्री सिध्दरामय्या की सरकार ने सैनिक स्कूल तथा संगोल्ली रायण्णा शिल्प वन को मंजूरी दी थी। इसके लिए सौ एकड़ जमीन आरक्षित की गई है। सौ एकड़ में से दस एकड़ में शिल्प वन तथा 60 एकड़ में स्कूल का निर्माण किया जा रहा है। सैनिक स्कूल का कार्य भी तेजी से चल रहा है।शिल्प वन के लिए दस करोड़ रुपए
पिछड़ा वर्ग विभाग कार्य क्षेत्र के संगोल्ली रायण्णा क्षेत्र विकास प्राधिकरण के तहत इस कार्य को सरकार कर रही है। सैनिक स्कूल के लिए 175 करोड़ रुपए राज्य सरकार ने मंजूर किया है तो शिल्प वन के लिए दस करोड़ रुपए पृथक राशि रखी गई है। सैनिक स्कूल के लिए मूलभूत सुविधा उपलब्ध करना राज्य सरकार का कार्य है तो इसका रखरखाव मात्र केंद्रीय सुरक्षा विभाग की है परन्तु बगल में ही स्थित शिल्प वन की पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। सैनिक स्कूल 2021 में लोकार्पण होगा तो शिल्पवन मात्र 2020 में उद्घाटन होगा।बच्चों में रूची पैदा करेगा
कित्तूर रानी चन्नम्मा के संस्थान तथा तत्कालीन स्वतंत्रता आंदोलन की संपूर्ण जानकारी इसमें होगी। सैनिक स्कूल में शामिल होने वाले बच्चों में यह देशप्रेम की भावना उजागर करेगा। साथ ही कित्तूर रानी चन्नम्मा, संगोल्ली रायण्णा की वीरता को बच्चे जान सकते हैं। फौज में शामिल होने के लिए बच्चों में रूची पैदा करेगा यह शिल्प वन।2020 में शिल्प वन का उद्घाटन होगा
स्वतंत्रता संग्राम की जानकारी से लैस राज्य का प्रथम शिल्प वन यह बनेगा। चन्नम्मा, संगोल्ली रायण्णा का संघर्ष, वीरता समेत विभिन्न एक हजार कलाकृतियां यहां होंगी। इस शिल्प वन के लिए दस करोड़ रुपए आरक्षित किए गए हैं। वर्ष 2020 में शिल्प वन का उद्घाटन होगा।-मल्लेशप्पा होरपेटे, आयुक्त, संगोल्ली रायण्णा क्षेत्र विकास प्राधिकरण