प्रतिदिन लोगों की भीड़ से भरे रहने वाले हुब्बल्ली का पुराना बस स्टैंड, नया बस स्टैंड, होसूर स्थित बस टर्मिनल, धारवाड़ बस स्टैंड पर सन्नाटा पसरा रहा। कई मजदूरों, कर्मचारियों को गंतप्स तक जाने के लिए जूझना पड़ा। बस स्टैंड पर दूसरे शहरों से आए यात्रियों को निजी वाहनों पर निर्भर होना पड़ा। लोग निजी बस, ऑटोरिक्शा, टेम्पो, पिकअप में अधिक किराया देकर अपने अपने गांवों को रवाना हुए।
धारवाड़ जिला प्रशासन, पुलिस तथा परिवहन अधिकारियों के नेतृत्व में बेलगावी, विजयपुर, गदग तथा विभिन्न शहरों के लिए निजी बसों की व्यवस्था की गई। हुब्बल्ली-धारवाड़ जुड़वां शहर के बीच भी निजी बस परिवहन की व्यवस्था की गई है। सतर्कता के लिए पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।
कानून का उल्लंघन करने पर होगी कार्रवाई
रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल के चलते लोगों को समस्या ना हो इसके लिए धारवाड़ जिला प्रशासन ने वैकल्पिक व्यवस्था की है। परिवहन के लिए जिले के 1311 निजी वाहनों को सड़क पर उतारा है। इसके साथ ही पड़ोसी शहर गदग, हावेरी, बेलगावी, बागलकोट, विजयपुर के लिए भी निजी बस व्यवस्था की गई है।
इनके लिए पुलिस सुरक्षा की गई है।
कारवार बस स्टैंड में पसरा रहा सन्नाटा
कारवार में बसों का परिवहन पूरी तरह बंद रहा। ग्रामीण इलाकों के लिए टेम्पो परिवहन निर्बाध रहा। उत्तर पश्चिम कर्नाटक राज्य पथ परिवहन निगम के अधिकारियों ने बताया कि यात्रियों को किसी प्रकार की समस्या ना हो इसके लिए लगभग 140 बसों की व्यवस्था की गई है परन्तु शहर के बस स्टैंड में एक भी बस के नहीं होने से सन्नटा छाया रहा।
बल्लारी में व्यापक असर
बल्लारी में सुबह से ही बसों की आवाजाही पूरी तरह बंद रही। शहर के केंद्रीय बस स्टैण्ड से प्रतिदिन 500 से अधिक बसों का परिवहन होता था। हड़ताल के कारण बस परिवहन पूरी तरह बंद रहा। रोडवेज की बसें नहीं होने से यात्रियों को निजी बसों पर आश्रित रहना पड़ा। होसपेट, दावणगेरे, कोप्पल, चित्रदुर्ग समेत विभिन्न शहरों के लिए 50 से अधिक निजी बसों का संचालन।
निजी वाहनों की सुविधा
हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर पुलिस आयुक्त लाबूराम ने बस स्टैंड का दौरा कर जायजा लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उचित सुरक्षा के साथ निजी वाहनों की सुविधा की है। परिवहन में बाधा पहुंचाने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। शहर से विभिन्न शहरों को सुरक्षा के जरिए निजी बसें परिवहन कर रही हैं। किसी प्रकार की अप्रिय घटना ना हो इसके लिए उचित व्यवस्था उपलब्ध की गई है।
कलबुर्गी, बेलगावी, बागलकोट और उडुपी में भी असर
कलबुर्गी में भी हड़ताल का असर देखने को मिला। हड़ताल के चलते परिवहन निगम की बसों की आवाजाही पूरी तरह बंद रही। बस स्टैंड में यात्रियों की संख्या भी कम रही। कुछ निजी बसें हुमनाबाद-बीदर, बल्लारी मार्ग पर चलींं। बेलगावी में भी रोडवेज कर्मचारी हड़ताल पर रहे इसके चलते बसें सड़क पर नहीं उतरी। इससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई। निजी बसें संचालित हुई। इनके परिवहन में किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं हुई। बागलकोट बस स्टैंड में दूसरे शहरों से आए यात्रियों को गांव जाने के लिए निजी बसों पर निर्भर होना पड़ा। गोवा पणजी से सुबह आए एक परिवार को इलकल जाना था परन्तु बागलकोट में ही रुका रहा।
इसी तरह उडुपी जिले में केएसआरटीसी की बसें बंद रही। निजी बसों का परिवहन निर्बाध रहा। जिले के सभी मार्गों पर निजी बसों का परिवहन होने से जिला क्षेत्र में घूमने वाले तथा उडुपी-मेंगलूरु के बीच सफर करने वाले यात्रियों को किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं हुई। बाहरी जिलों को रवाना होने के लिए केएसआरटीसी बस स्टैण्ड पहुंचे कुछ यात्रियों को समस्या हुई।