महादयी नदी आंदोलन तेज करने की चेतावनी[typography_font:14pt;” >पणजीगोवा के एक समूह ने महादयी नदी के मुद्दे पर 31 दिसंबर को आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है। साथ ही संगठन ने पर्यटकों को आगाह किया है कि नए साल का जश्न मनाने के लिए राज्य में आने से पहले वे दो बार सोचें। स्थानीय पार्टियों और कार्यकर्ताओं के दल प्रोग्रेसिव फ्रंट ऑफ गोवा (पीएफजी) ने केन्द्र सरकार के उस हालिया रुख की निंदा की है, जिसमें कहा गया है कि कर्नाटक को नदी पर कलसा बंडूरी परियोजना के लिए पर्यावरण मंजूरी की जरूरत नहीं है। पीएफजी के नेता हृदयनाथ शिरोडकर ने गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत से नदी की रक्षा नहीं कर पाने के लिए 48 घंटे में इस्तीफा देने की मांग की है। 31 दिसंबर से आंदोलन तेजउन्होंने कहा कि पीजीएफ कहीं भी मुख्यमंत्री का कार्यक्रम नहीं होने देगा। संगठन 31 दिसंबर से अपना आंदोलन तेज करेगा। उन्होंने पर्यटकों से अपील की कि वह नए साल का जश्न मनाने के लिए गोवा आने से पहले दो बार सोचें। सरकार कर रही है विरोधकेंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने 24 दिसंबर को कर्नाटक सरकार को पत्र लिखा था। इसमें कहा गया कि कलसा भांडुरी पेयजल परियोजना के लिए पर्यावरण मंजूरी की आवश्यकता नहीं है। गोवा सरकार इस परियोजना का विरोध कर रही है। उसका दावा है कि यह तटीय राज्य का नदी जल का हिस्सा छीन लेगी।