[typography_font:14pt;” >हुब्बल्लीपूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार ने कहा है कि बाढ़ पीडि़तों के मुआवजे के मुद्दे पर हम राजनीति नहीं करेंगे। इस मुद्दे पर हम सभी को पार्टी मतभेद भुलाकर जनता के दुख में साथ देना चाहिए। इस बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की केंद्र सरकार से मांग की जाएगी।बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे के लिए उत्तर कर्नाटक के जिलों का दौरा कर रहे पूर्व मंत्री डीके शिवकुमार सोमवार को हुब्बल्ली पहुंचे। शहर के हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में डीके शिवकुमार ने कहा कि इस हालात में हम राज्य सरकार को पूरा सहयोग देंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी मतभेद भुलाकर मदद करने के उद्देश्य से हम आए हैं। पहले कुंदगोल का दौरा करेंगे। इसके बाद जिले के नेता जहां कहेंगे वहां जाएंगे। शाम को बेलगावी रवाना होंगे वहां के नेता जिस क्षेत्र के बारे में निर्देश देंगे वहां का दौरा कर समीक्षा करेंगे। डीके शिवकुमार ने कहा कि राज्य सरकार कह रही है कि कुछ जगहों पर बाढ़ से तीस से चालीस हजार करोड़ तक का नुकसान हुआ है। इसके चलते इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करना चाहिए। राज्य तथा केंद्र में भाजपा की ही सरकार है। भाजपा के ही केंद्र में मंत्री हैं। इन सब को जनता के लिए उचित मुआवजा देना चाहिए। इसके लिए जरूरी हम सहयोग देंगे। सर्वदलीय प्रतिनिधि मंडल ले जाने पर हम भी साथ जाकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाएंगे। केन्द्र में भाजपा की संपूर्ण बहुमत वाली ताकतवर सरकार है। इसके चलते उन्हें राज्य की जनता का भला करना चाहिए, इसका हम पूरा समर्थन देंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने यह नहीं किया, यह नहीं किया, कोई नहीं है कहकर बयानबाजी करने का यह मौका नहीं है। समय आने पर आप भी बयानबाजी कीजिए हम भी बयानबाजी करेंगे। मौजूदा हालात में पार्टी भेदभाव भुलाकर पीडि़तों की रक्षा के लिए हाथ मिलाने का हमारे कार्यकर्ताओं को भी निर्देश दिया गया है। राज्य मुसीबत में है ऐसे मौके पर लोग अधिक पैमाने पर मदद कर रहे हैं। इंसानियत से प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे उन सभी को व्यक्तिगत तौर पर तथा पार्टी की ओर से अभिवादन करते हैं।राज्य के पूर्व जल संसाधन मंत्री रहे शिवकुमार ने कहा कि इस मौके पर वे मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा को एक नसीहत देना चाहते हैं। पीडि़तों की मदद के नाम पर कुछ लोग चंदा मांगने के लिए डिब्बे लेकर सड़कों पर उतरे हैं। वास्तव में पीडि़तों की मदद करने के इच्छुकों को स्थानीय पुलिस थाने में पंजीयन कर, तालुक कार्यालय में जानकारी देकर चंदा संग्रह करना चाहिए। बिना तथ्य के चंदा वसूलने के कार्य पर ब्रेक लगाकर लोगों की ओर से दी जाने वाली मदद सीधे तौर पर जरूरतमंदों तक पहुंचनी चाहिए। इसके चलते मुख्यमंत्री को इस मुद्दे पर अधिकारियों को निर्देश देकर जरूरी कार्रवाई करनी चाहिए। इस बार स्वतंत्रता दिवस पर अधिकारियों के ही ध्वजारोहण करने के प्रश्न पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए डीके शिवकुमार ने कहा कि हमारे बुजुर्गों ने संघर्ष कर हमें आजादी दिलवाई है। इसके प्रतीक के तौर पर हम तिरंगा ध्वज फहराते हैं। पिछले 70 वर्षों में जिला प्रभारी मंत्री ही संबंधित जिलों में ध्वजारोहण करते आए हैं परन्तु पहली बार ऐसे हालात आए हैं। मुख्यमंत्री येडियूरप्पा ने 16 अगस्त के बाद मंत्रिमंडल गठन करने की बात कही है। हमें सरकार के मुद्दे पर राजनीति करना पसंद नहीं है परन्तु पत्रकारों के पूछने पर जवाब दे रहा हूं।