हुजूरनगर उपचुनाव में चिंतलपालेम मंडल के वेल्लटूरु गाँव की निवासी ए.लक्ष्मी नरसम्मा ने नामांकन दाखिल किया है। उनका कहना है कि वह यह उपचुनाव जीतने के लिए नहीं बल्कि अपनी जमीन को माफिया से बचाने के लिए लड़ रही हैं। चिंतलपालेम मंडल के वेल्लटूरु गांव की ए. लक्ष्मी नरसम्मा ने स्वतंत्र उमीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल करने के बाद एक प्रेस बयान भी जारी किया। इसमें उन्होंने कहा कि मेरी स्थिति ने मुझे यह निर्णय लेने के लिए मजबूर किया है। मैंने अपनी भूमि की रक्षा के लिए इस तरह का निर्णय लिया है। मुझे विधायक पद में कोई दिलचस्पी नहीं है। मैं न ही किसी राजनीतिक दल का समर्थन कर रही हूँ और न ही विरोध कर रही हूँ। मैं सिर्फ अपनी समस्या सरकार के सामने ला कर, अपनी जमीन भू-माफिया से बचाना चाहती हूं।
यह है मामला
दरअसल लक्ष्मी के पिता अच्युतरामा सास्त्री स्वतंत्रता सेनानी थे। उनकी वेलगातुर गांव में 179 एकड़ जमीन थी। इसमें से 79 एकड़ ज़मीन उन्होंने सरकार को सौंप दी थी। बची ज़मीन पर भू-माफिय़ा की नजऱ पड़ गई और क़ब्ज़ा करने की कोशिश भी हुई। मामूली क़ीमत पर ज़मीन बेच देने के लिए वृद्ध महिला पर दबाव भी डाला गया। महिला के बेटों ने मामले की शिकायत भी की, लेकिन तमाम कोशिशें व्यर्थ रहीं। उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही थी।
इसलिए हो रहा उपचुनाव
बता दें कि, पिछले साल हुए तेलंगाना के विधानसभा चुनाव में तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) अध्यक्ष एन. उत्तम कुमार रेड्डी ने हुजूरनगर से चुनाव जीता था। उसके बाद 2019 के लोकसभा चुनावों में उन्होंने नलगोंडा निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की थी। लोकसभा चुनाव जीतने पर उन्होंने हुजूरनगर विधायक पद से इस्तीफा दे दिया, जिसकी वजह से हुजूरनगर में उपचुनाव कराया जा रहा है। इस उपचुनाव में रेड्डी की पत्नी पद्मावती रेड्डी कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर लड़ रही हैं।