केसीआर पर आपराधिक राजनीति करने का आरोप
चंद्रबाबू नायडू ने ओंगोल में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि टीआरएस अध्यक्ष केसीआर आपराधिक राजनीति कर रहे हैं। वे कांग्रेस और टीडीपी के विधायकों को हड़प रहे हैं। नायडू अपने प्रतिद्वंद्वी और वाईएसआरसीपी प्रमुख जगनमोहन रेड्डी और उनके राजनीतिक सलाहकार और जेडीयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर पर भी बरसे। यहां तक कि उन्हें बिहारी डाकू तक बोल गए। नायडू ने एक जनसभा में राज्य के मतदाताओं के नाम हटाने के लिए फॉर्म -7 एस दाखिल करने को लेकर जगन पर निशाना साधा और प्रशांत किशोर को “बिहारी डाकू” कहा। नायडू ने जनता से कहा कि आपने फॉर्म – 7 एस देखा। बिहार से पीके नामक एक आदमी आया। वह एक बिहारी डाकू है। बिहार में कोई कानून और व्यवस्था नहीं है। ये सभी लोग आ रहे हैं और साइबर क्राइम कर रहे हैं। वे हमारी जानकारी के बिना हमारे वोट मिटा रहे हैं।
पीके का कटाक्ष, हैरान नहीं हूं मैं
जवाब में प्रशांत ने नायडू की टिप्पणी को निराधार कहा। प्रशांत ने ट्वीट कर कटाक्ष किया कि किसी की हार सामने खड़ी हो तो सबसे अनुभवी राजनेताओं को भी परेशान कर सकती है। इसलिए मैं चंद्रबाबू नायडू के आधारहीन शब्दों से हैरान नहीं हूं। प्रशांत ने आगे लिखा कि बिहार के खिलाफ आपके पक्षपात और द्वेष को दर्शाने वाली अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने के बजाय आप सिर्फ इस बात पर ध्यान दें कि आंध्रप्रदेश के लोग आपको फिर से वोट क्यों दें इस तरह राजनीतिक चाल चलने की सतह अब एक ट्विटर-जंग में तब्दील होती जा रही है।