पुलिस का कहना है कि आरोपियों को मौका-ए-वारदात पर लेकर गयी थी। पुलिस का दावा है कि उन्होंने वहाँ से भागने की कोशिश की थी। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश भी की परन्तु वे नहीं रुके। इसलिए पुलिस ने गोली चलाई और चारों एनकाउंटर में मारे गए। गौरतलब है कि मामले के बारे में अधिक जानकारी हासिल करने तथा डॉक्टर की घड़ी, मोबाइल और पावर बैंक भी बरामद करने के लिए आज सुबह पुलिस मामले के चारों आरोपियों को नेशनल हाईवे 44 पर चत्तनपल्ली के पास अंडर ब्रिज के नीचे ले गयी थी, जहां डॉक्टर को जलाया गया था।
परन्तु अपराधियों ने पुलिस की सहायता करने के बजाय वहाँ से भागने की कोशिश की। तभी पुलिस ने उन्हें रुकने को कहा लेकिन उन्होंने पुलिस की बात नहीं मानी। मजबूरी में पुलिस को गोली चलानी पड़ी और आधी रात करीब साढ़े तीन बजे एनकाउंटर हुआ, जिसमें चारों आरोपी मारे गए। एनकाउंटर के स्थान पर लोग भारी संख्या में पहुंच गए। पुलिस मृतकों को पोस्टमार्टम के लिए ले गई।