ओवैसी के बयान के बाद चढ़ा सियासी पारा
इधर मोदी सरकार का मंत्रीमंडल गठित होने के बाद ओवैसी की ओर से दिए गए बयान के बाद सियासी पारा गरमा गया है। मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा था कि अगर कोई यह समझ रहा है कि हिंदुस्तान के वजीर-ए-आजम 300 सीट जीत कर, हिंदुस्तान पर मनमानी करेंगे तो ऐसा नहीं हो सकेगा। वजीर-ए-आजम से मैं कहना चाहते हैं कि संविधान का हवाला देकर, असदुद्दीन ओवैसी आपसे लड़ेगा, मजलूमों के इंसाफ के लिए लड़ेगा। ओवैसी ने कहा कि हिंदुस्तान आबाद रखना है, हम हिंदुस्तान को आबाद रखेंगे। हम यहां पर बराबर के शहरी हैं, किरायेदार नहीं हैं इसलिए हिस्सेदार रहेंगे।
उनके इस बयान के बाद हाल ही में मंत्री बने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी कृष्ण रेड्डी का बयान सामने आया। उन्होंने कहा कि देश में ऐसे कई स्थान हैं, जहां आतंकी गतिविधियां बढ़ रही हैं। देश के किसी भी कोने में कोई घटना होती है तो उसकी जड़ें हैदराबाद तक पहुंच जाती हैं। उन्होंने आगे कहा कि राज्य की पुलिस और एनआईए हर 2-3 महीने में हैदराबाद से आतंकियों को गिरफ्तार करती है। इसके लिए तेलंगाना सरकार ( Telangana Government ) कुछ नहीं कर रही है।
ओवैसी ने रेड्डी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि जिस मंत्री ने अबतक अपने विभाग का काम भी ठीक से नहीं समझा वे ऐसा बयान कैसे दे सकता सकता है। इस तरह की गैरजिम्मेदाराना तरीके से बात करना एक मंत्री को शोभा नहीं देता। लेकिन हम उनसे इस तरह की बात करने की उम्मीद करते हैं क्योंकि वे ( BJP ) जहां भी मुसलमानों को देखते हैं, उनको आतंकवादी समझते हैं। मुझे बताइए कि 5 सालों में ऐसा कितनी बार हुआ है जब NIA, आईबी या रॉ ने लिखित में दिया हो कि हैदराबाद आंतकियों के लिए सेफ जोन बन रहा है। क्या उन्हें हैदराबाद की तरक्की अच्छी नहीं लग रही है?