शाह पटना से हैदराबाद के बेगमपेट हवाई अड्डे पर एक विशेष हवाई जहाज़ से पहुंचे। अमित शाह ने राज्य के पार्टी नेताओं से कहा कि चुनाव के बाद होने वाले गठबंधन की चिंता करना उनका काम नहीं है, पार्टी नेतृत्व देख लेगा। विशेष रूप से चुनावों को ध्यान में रखते हुए शाह ने अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को मार्गदर्शन किया। खास बात यह रही कि इस दौरान शाह सत्तारूढ़ टीआरएस और केसीआर पर निशाना साधने से बचते नजर आए। भाजपा अध्यक्ष ने बताया कि केंद्र में मोदी की सरकार ने तेलंगाना राज्य पर विशेष ध्यान दिया है।
सूत्रों का कहना है कि अमित शाह ने तेलंगाना बीजेपी में गुटबाजी खत्म करने की ताकीद भी की। अमित शाह ने विवादास्पद बयानों और कामों के लिए बदनाम बीजेपी के गोशमहल से विधायक राजा सिंह से अलग से अकेले में बातचीत की। हैदराबाद आकर अमित शाह का मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की सरकार पर कोई सार्वजनिक हमला नहीं करना भी कई राजनीतिक चर्चाओं को जन्म दे गया। इससे इस बात की सुगबुगाहट और तेज़ हो गई है कि टीआरएस और बीजेपी करीब आ चुके हैं और दोनों पार्टियों में चुनाव को लेकर आंतरिक तालमेल बन चुका है। माना जा रहा है कि चुनाव के बाद टीआरएस एनडीए का हिस्सा बन सकती है। लोकसभा और विधानसभा के एकसाथ चुनाव कराने के मुद्दे पर पिछले दिनों लॉ कमीशन के सामने केसीआर ने पीएम मोदी का समर्थन करते हुए इसको देशहित में बताया था।
बजट सत्र में विशेष राज्य का दर्जा देने के मुद्दे पर जब चन्द्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाना चाह रही थी, तब कई दिनों तक हंगामा काटकर टीआरएस के सांसदों ने संसद नहीं चलने दी थी और अविश्वास प्रस्ताव नहीं आ सका था। शाम के वक्त शाह ने ईनाडु ग्रुप के चेयरमैन और अख़बार तथा चैनल के संपादक और पद्म विभूषण रामोजी राव से उनके आवास पर मुलाक़ात की। ‘समर्थन के लिए संपर्क’ के अंतर्गत अमित शाह ने प्रमुख उद्योगपति तथा टीवी9 तेलुगु चैनल के श्रीनी राजू और प्रसिद्ध बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल से मुलाकात की। बैडमिंटन खिलाडी साइना नेहवाल ने बताया कि अमित शाह ने उनसे मुलाक़ात करते हुए जानकारी दी कि स्पोर्ट्स के लिए भाजपा ने क्या कुछ किया है।