केंद्र से सेवानिवृति की मांगी अनुमति
वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और तेलंगाना राज्य पुलिस अकादमी के निदेशक वी के सिंह ने यह कहते हुए केंद्र से समय पूर्व सेवानिवृत की अनुमति मांगी है कि वह पुलिस व्यवस्था में परिवर्तन लाने की बड़ी उम्मीद के साथ इस सेवा में आये थे, लेकिन वह अपनी आकांक्षा को हासिल करने में विफल रहे। सिंह ने राजनीतिज्ञों को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि कोई भी राजनेता राज्य को स्वयं स्वर्णिम नहीं बना सकता है। क्योंकि संवैधानिक रूप से वास्तव में आम जनता ही किंग मेकर होती है, लेकिन तेलंगाना राज्य का दुर्भाग्य है कि किंग मेकर आज कुछ शक्तिशाली लोगों के हाथों की कठपुतली बनकर रह गए हैं।
तेलंगाना की सेवा करूंगा
उन्होंने कहा, “मैं लोगों के बीच सुधारों को लेकर काम करने के साथ ही तेलंगाना की सेवा के लिए काम करना चाहता हूं। इसलिए मैंने सत्य और न्याय के दूत महात्मा गांधी के जन्मदिन दो अक्टूबर, 2020 को समय पूर्व सेवानिवृति लेने का निर्णय लिया है।’ सिंह ने कहा, “शायद मेरी राय को बेकार समझा गया। मेरी अपनी सुविचारित राय है कि मुझे सरकार पर बोझ नहीं बनना चाहिए।’ वैसे उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी सरकार के विरूद्ध उनके मन में कुछ नहीं है।
महापुरूषों का अनुसरण करूंगा
विनय कुमार सिंह ने कहा कि हम केवल इसके लिए राजनीति और राजनीतिज्ञों को दोषी नहीं ठहरा सकते। यह उनकी गलती नहीं है, बल्कि आम जनता की भी गलती है। इसलिए वह परिवर्तन के लिए कुछ ऐसे लोगों के साथ जुड़कर कार्य करना चाहते हैं, जो स्वामी विवेकानंद सुभाष चंद्र बोस और महात्मा गांधी जैसे लोगों का अनुसरण करते हैं।
राव सरकार के खिलाफ खुलासों का अंदेशा
हालांकि विनय कुमार सिंह ने यह साफ संकेत नहीं दिया कि वह कौन सा कार्य करेंगे। इस सवाल के जवाब में उन्होंने यही कहा कि अधिकारी के पद पर बने रहते हुए उनका कुछ भी कहना उचित नहीं है। एक बार जब केंद्र सरकार उनकी सेवानिवृत्ति की फरियाद मंजूर कर लेते हैं, तो वह इस बात का खुलासा जरूर करेंगे कि वह आगे क्या करने वाले हैं, और तेलंगाना में रहकर वह किस तरह का कार्य करने की कोशिश करने वाले हैं। अंदेशा यही है कि आने वाले दिनों राव सरकार के खिलाफ खुलासों के तीखे हमले होंगे।