इधर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने मां महामाया मंदिर पहुंचकर कुलदेवी की पूजा की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश की खुशहाली की कामना की। इस दौरान उनके साथ कई लोग सेल्फी लेते नजर आए।
जगत जननी मां दुर्गा की आराधना अभिजीत मुहूर्त में घट स्थापना के साथ प्रारंभ हुई। हालांकि कोरोना संक्रमण से बचाव को दृष्टिगत रखते हुए इस वर्ष भी नवरात्रि में कुछ पाबंदियां नजर आर्इं। जिला प्रशासन द्वारा मंदिरों में देवी दर्शन एवं ज्योत दर्शन बाहर से ही करने का निर्देश दिया गया था।
भक्तों को गर्भ गृह में जाने की इजाजत नहीं थी। लोगों ने मंदिर परिसर के अंदर से ही पूजा-अर्चना की और मां के दर्शन दूर से ही किए। इस दौरान माता की एक झलक पाने के लिए सभी श्रद्धालु लालायित नजर आए। शहर के गांधी चौक स्थित दुर्गा मंदिर सहित कई मंदिरों में ज्योति कलश प्रज्ज्वलित हुए।
मंदिरों के साथ ही घर-घर नवरात्रि के प्रथम दिन मां की पूजा-अर्चना, आरती आस्था के साथ की गई। अब पूरे नौ दिनों तक श्रद्धालु मां की आराधना में लीन रहेंगे। IMAGE CREDIT: Maa Mahamaya स्वास्थ्य मंत्री ने भी की कुलदेवी की पूजा
छत्तीसगढ़ के राजनैतिक उथल-पुथल के बीच स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव बुधवार को एक दिवसीय प्रवास पर अपने गृह क्षेत्र अंबिकापुर पहुंचे थे। मंत्री सिंहदेव ने नवरात्रि पर्व के पहले दिन गुरुवार को मां महामाया मंदिर पहुंच कर देवी के दर्शन किये। साथ ही उन्होंने हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी विधि विधान से मां महामाया की पूजा अर्चना की।
छत्तीसगढ़ के राजनैतिक उथल-पुथल के बीच स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव बुधवार को एक दिवसीय प्रवास पर अपने गृह क्षेत्र अंबिकापुर पहुंचे थे। मंत्री सिंहदेव ने नवरात्रि पर्व के पहले दिन गुरुवार को मां महामाया मंदिर पहुंच कर देवी के दर्शन किये। साथ ही उन्होंने हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी विधि विधान से मां महामाया की पूजा अर्चना की।
गौरतलब है कि मां महामाया राज परिवार की कुलदेवी के रूप में अंबिकापुर में विराजमान हैं। इस दौरान मंत्री सिंहदेव ने प्रदेश की खुशहाली के लिए प्रार्थना की।
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लंबे समय बाद दिखी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़
कोरोना संक्रमण काल के कारण मंदिर बंद पड़े हुए थे। पिछले वर्ष भी शारदीय नवरात्रि पर कोरोना संक्रमण के खतरे के कारण मंदिरों में श्रद्धालुओं का प्रवेश वर्जित रखा गया था।
यही स्थिति चैत्र नवरात्र में भी बनी हुई थी। इस वर्ष शारदीय नवरात्रि पर श्रद्धालुओं को छूट दी गई है। इस कारण डेढ़ वर्ष बाद भारी संख्या में श्रद्धालु मां महामाया के दर्शन करने नवरात्रि के पहले दिन पहुंचे हुए थे।