मानसी दुबे के पापा विनय दुबे ने बताया, मानसी ने न्यूजर्सी में अपनी टीचर लावण्या महादेवन अय्यर से भरतनाट्यम सीखा। मानसी जब 6 साल की तब से भरतनाट्यम की शिक्षा ले रही है और उसकी अरंगेत्रम सेरेमनी हमने इंदौर में की।
इस कार्यक्रम में मानसी ने शोकम मल्हारी, शक्ति कौतूम, जतिस्वरम, शब्दम, वर्णनम, पदम, थिलाना जैसे अलग-अलग तरह के नृत्य प्रस्तुत किए और कार्यक्रम के अंत में शोभा मुद्गल के गीत वंदे मातरम पर भी भरतनाट्यम में प्रस्तुति दी। पदम नृत्य में भगवान राम के चलने सिखाने के दौरान किस तरह वे ठुमक-ठुमक कर चलते हैं, पैरों की बजती पाजेब और माता कौशल्या के प्रेम को बहुत ही सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया है। वे बताते हैं, मानसी को अपने शहर और अपने लोगों के बीच डांस परफॉरमेंस देकर बहुत अच्छा लगा। न्यूजर्सी में मानसी अपने स्कूल में कोरियोग्राफर है और उसका ड्रीम है, वो एक सक्सेस फुल डायरेक्टर बनने का है।