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इंदौर

एक क्राइम फ्री सोसायटी बनाकर ही भूली पुलिस, नहीं आया दूसरी का नंबर

आउटर इलाके के लिए थी योजना, कॉलोनी में सुरक्षा को लेकर मिलती मदद

इंदौरMay 16, 2019 / 11:59 am

रीना शर्मा

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एक क्राइम फ्री सोसायटी बनाकर ही भूली पुलिस, नहीं आया दूसरी का नंबर

इंदौर. आउटर इलाके में कॉलोनी को क्राइम फ्री बनाने के लिए पुलिस ने 15 महीने पहले एक योजना शुरू की। बायपास की एक कॉलोनी को इसमें शामिल कर जरूरी संसाधन भी पुलिस ने जुटाए। ये योजना एक कॉलोनी तक ही सीमित होकर रह गई। अन्य कोई कॉलोनी को क्राइम फ्री नहीं बनाया जा सका।
तत्कालीन डीआई हरिनारायणाचारी मिश्र ने क्राइम फ्री कॉलोनी योजना की शुरूआत की। इसमें 18 फरवरी 2018 को बायपास की सिल्वर स्प्रिंग कॉलोनी को क्राइम फ्री कॉलोनी के लिए चयनित किया गया। कॉलोनी के लोगों से बैठक के बाद पुलिस ने सुरक्षा के लिए सुझाव दिए। नौकरों का रिकॉर्ड रखने के लिए थम्ब इम्प्रेशन मशीन, सीसीटीवी कैमरे दिए गए। इस योजना के समय पुलिस ने दावा किया था कि अन्य कॉलोनियों को भी इस योजना में शामिल कर सुरक्षा के इंतजाम जुटाए जाएंगे। पुलिस की योजना का असर भी दिखा। कई कॉलोनी के रहवासियों ने योजना में शामिल होने के लिए संपर्क किया। कई कॉलोनियों में पुलिस अफसर गए भी लेकिन वहां पर योजना को शुरू नहीं किया जा सका। यही कारण रहा कि एक कॉलोनी के बाद यह योजना ठंडे बस्ते में चली गई।
ये थी क्राइम फ्री कॉलोनी की योजना

क्राइम फ्री कॉलोनी योजना में आउटर इलाके की एक कॉलोनी को पुलिस कॉलोनी में रहने वाले किराएदार, काम करने वालों का वैरीफिकेशन कराकर उनका जानकारी ली जाएगी। कॉलोनी में काम करने आने वाले नौकरों का थम्ब वैरीफिकेशन कराएंगे। कॉलोनी में आने जाने पर थम्ब लगाकर ही वे जा सकेंगे। इससे रिकॉर्ड रहेगा कौन कब आया और गया। इसके अलावा साइबर फ्रॉड, आपदा प्रबंधन, फायर सेफ्टी, बैङ्क्षकग फ्रॉड, महिला व बच्चों के साथ होने वाले अपराधों की जानकारी व बचाव के तरीके बताए जाएंगे। कॉलोनी के करीब 10-12 लोगों की एक कमेटी बनेगी। यह कमेटी पुलिस के संपर्क में रहेगी। नियमित रूप से सुरक्षा को लेकर समीक्षा की जाएगी। रात में ये टीम कॉलोनी में गश्त भी करेगी।
लगातार निशाने पर हैं

आउटर इलाके में लसूडिय़ा, खजराना, कनाडिय़ा, तेजाजी नगर, बाणगंगा, राजेंद्रनगर, राऊ में कई कॉलोनियां हैं। यहां पर आए दिन चोरी, वाहन चोरी की वारदाते सामने आती हैं। ऐसे में यह योजना मूर्तरूप लेती तो लोगों को काफी राहत मिलती। इन इलाकों में कई कॉलोनियां तो इतनी ज्यादा दूर हैं कि नियमित रूप से गश्त भी नहीं हो पाती है। पुलिस व लोगों के सहयोग से इस योजना के जरिए सुरक्षा के लिहाज से इंतजाम किए जा सकते हैं।
योजना जल्द शुरू करेंगे

एएसपी प्रशांत चौबे ने बताया कुछ कॉलोनियों के लोगों ने संपर्क किया था। वहां सुरक्षा की स्थिति को देखा तो कहीं दीवार टूटी थी कहीं सीसीटीवी कैमरे नहीं थे। कमी ठीक कराने के लिए कहा गया। इस योजना के लिए लोगों का सक्रिय होना काफी जरूरी है। सिल्वर स्प्रिंग के बाद किसी और कॉलोनी को क्राइम फ्री नहीं घोषित किया जा सका। जल्द ही फिर से योजना पर काम किया जाएगा।

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