राष्ट्र, धर्म और संस्कृति के प्रहरी… स्लोगन पर काम करने वाले संस्था हिंद रक्षक हर साल की तरह दशहरा मैदान पर गरबा करा रही है। कल पांचवें दिन गरबों की थीम पुलवामा, उरी हमले और उसके बाद भारतीय सेना के जवाब पर आधारित थी। मुख्य अतिथि तौर पर लेफ्टिनेंट जनरल अनंत नारायण व सत्यनारायण सत्तन मौजूद थे। बड़ी संख्या में महू आर्मी से फौजी व ट्रेनी मेजर भी आए थे।
जैसे ही प्रस्तुति शुरू हुई, वैसे ही मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं। महिलाओं की आंखों से आंसू निकल पड़े। भरे गले से भारत माता की जय के नारे लगे। देशभक्ति के माहौल को देखते हुए आयोजक लोकेन्द्र सिंह राठौर व राजसिंह गौड़ ने वंदे मातरम् का गान कराया। बाद में सत्तन और राठौर ने आग्रह किया कि देशभर में कई जगहों पर सेना अपने हथियारों की प्रदर्शनी लगाती है।
इंदौर की जनता में भी बहुत जिज्ञासा है। क्या ऐसा हो सकता है कि इंदौर में भी ऐसी प्रदर्शन लग जाए। इस पर जब नारायण अपनी बात करने उठे, तब उन्होंने १५ जनवरी को आर्मी डे पर इंदौर में गरबा मैदान में ही हथियारों की प्रदर्शनी लगाने की बात कही। बताया कि इसको लेकर विभाग व गृह मंत्रालय से अनुमति भी लेंगे। ये सुनकर जमकर तालियां बजी और वंदे मातरम के नारे गूंज उठे।
आएंगे आधुनिक हथियार
गौरतलब है कि इंदौर के इतिहास में पहली बार आर्मी के हथियारों की प्रदर्शनी लगेगी, जिसमें टैंक, तोपें, हेंड ग्रेनेड, एके ४७, एके ५६ सहित कई आधुनिक हथियार देखने को मिलेंगे।