रेंजर रविकांत जैन ने बताया कि आशापुरा क्षेत्र में लंबे समय से वन भूमि पर अतिक्रमण हो रहा है। यहां पर लोगों ने जंगल की जमीन पर कब्जा कर लिया है। कल अतिक्रमणकर्ताओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। इस कार्रवाई का ग्रामीणों ने भी स्वागत किया है। कारण ग्रामीणों को अपने मवेशियों के लिए घास ही नहीं मिल रही है। इन अतिक्रमणकर्ताओं ने घास तक खत्म कर दी है। रेंजर का कहना है कि 40 हेक्टेयर जमीन पर बड़ी संख्या में अतिक्रमण हुआ है। यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र की करीब 120 हेक्टेयर जमीन का हम तैयार कर रहे हैं ताकि आने वाले समय में विभाग यहां पर बड़े पैमाने पर पौधारोपण कर पाएगा। यहां पर पौधारोपण के लिए सागौन, नीम सहित अन्य मिश्रित प्रजातियां शामिल रहेंगी। उन्होंने कहा कि पौधारोपण से वन समितियों को ही फायदा होगा। उनकी आर्थिक स्थितियां सुधरेगी और ग्रामीणों को रोजगार भी मिलेगा।