बदमाश मोबाइल को संबंधित व्यक्ति के पते पर भेजने का वीडियो और कुरियर की रसीद वॉट्स ऐप पर डालते, ताकि व्यक्ति को यकीन हो जाए कि उनका सामान निकल गया है। इसके बाद खाते में रुपए डलावाकर अपना नंबर बंद कर देते। इस तरह एक नंबर का इस्तेमाल वे कई वारदातों में कर लेते। नंबर बंद कर नया नंबर हासिल करते और फिर वारदात में लग जाते थे। बदमाशों ने इंदौर के साथ ही कई जिलों में वारदात की है। इन बदमाशों का नेटवर्क तोडऩे में पुलिस लगी हुई है। जल्द ही इस मामले में नतीजे निकल आएंगे। पुलिस कार्रवाई कर रही है।
पुलिस के अनुसार महेशचंद्र जैन पिता शिखरचंद्र जैन निवासी पिपलिया कुमार की शिकायत पर केस दर्ज किया है। उन्होंने पुलिस को बताया कि वे कल पत्नी के साथ घर के पास ही टहल रहे थे। इसी दौरान बाइक सवार दो बदमाश उनके पास से निकले। वे कुछ समझ पाते, इससे पहले ही बदमाशों ने उनकी पत्नी मीनू के गले से सोने की चेन झपट ली। वह कुछ कर पाते, इससे पहले ही बदमाश वहां से भाग चुके थे। वे उनका पीछा भी नहीं कर पाए। लूट की सूचना पर पुलिस का दल भी वहां पहुंचा। पुलिस आसपास के इलाके से सीसीटीवी फुटेज निकालकर जांच कर रही है