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इंदौर

भाजपा ने बदली व्यवस्था… विस्तारक अब सुबह-शाम के, रहना-खाना खुद के घर का

हर वार्ड में चार-पांच की संख्या में लगाए जाएंगे काम पर
 

इंदौरJul 13, 2019 / 10:59 am

Mohit Panchal

bjp

भाजपा ने बदली व्यवस्था… विस्तारक अब सुबह-शाम के, रहना-खाना खुद के घर का

इंदौर। काम के विस्तार को लेकर भाजपा समयदानी कार्यकर्ता निकालती है, जिन्हें विस्तारक का नाम दिया गया है। वे निर्धारित समय तक घर छोड़कर क्षेत्र में रहते हैं। सदस्यता अभियान में भी विस्तारक निकलेंगे, पर उनके ठहरने की व्यवस्था पार्टी नहीं करेगी। व्यवस्था में बदलाव करते हुए तय किया गया है कि वे सुबह और शाम काम करेंगे। खाना और रहना तो उन्हें घर पर ही करना होगा।
भाजपा का पूरा फोकस सदस्यता अभियान को लेकर है। विश्व की सबसे बड़ी पार्टी का प्रयास है कि उनके कार्यकर्ताओं के नाम, पते और मोबाइल नंबर की सूची उनके पास रहे, ताकि पार्टी समय-समय पर उन्हें संदेश पहुंचा सके और अपनी हर गतिविधि से अवगत करवा सके। मिस कॉल से नए सदस्य बनाने के साथ पुराने सदस्यों के भी फॉर्म भराए जा रहे हैं। सबको जोडऩे के लिए पार्टी ने इस नई रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है।
वैसे तो अभियान ६ जुलाई से शुरू हो गया, लेकिन माह के अंत में पूरी ताकत लगाई जाएगी। इसको लेकर प्रदेश भाजपा ने प्रदेश पदाधिकारी, जिला अध्यक्ष, अभियान के प्रभारी व सह प्रभारियों की अहम् बैठक भोपाल में बुलाई थी। उसमें तय हुआ है कि २१ से ३१ जुलाई के बीच में पार्टी अपनी पूरी ताकत झोंकेगी। शहर में वार्ड स्तर तो गांव में ग्राम केंद्र स्तर पर समयदानी विस्तारक निकाले जाएंगे।
इस व्यवस्था में भी चौंकाने वाला बदलाव किया है। विस्तारक अब पूरे समय के लिए नहीं होकर सुबह के चार व शाम के चार घंटे के लिए होंगे। रहना और खाना उन्हें अपने घर पर ही करना होगा। पूर्व में होता ये था कि विस्तारक जिस क्षेत्र में काम करता था, उस क्षेत्र के किसी कार्यकर्ता के घर में ठहरने और खाने की व्यवस्था की जाती थी।
ऐसा नहीं होने पर क्षेत्र की धर्मशाला पर ठहराया जाता था और कार्यकर्ता के यहां भोजन होता था। ये भी कहा जा सकता है कि उज्जैन के संगठन मंत्री प्रदीप जोशी के चेटिंग कांड के बाद पार्टी अब इन सभी झंझटों से बचना चाहती है।
हर वार्ड में चार से पांच विस्तारक
शहर में विस्तारकों की संख्या वार्ड में चार से पांच भी हो सकती है, जिन्हें बराबरी से मोहल्ले बांट दिए जाएंगे। इसकी सूची भी तैयार कर ली गई है। पार्टी ने ये व्यवस्था नगर व मंडल इकाई पर छोड़ दी है कि कौन से विस्तारक को कहां भेजा जाए। हालांकि बदले हुए परिदृश्य को देखते हुए वार्ड के कार्यकर्ताओं को ही इधर उधर किया जा सकता है।
निगम चुनाव की तैयारी में नेता
सदस्यता अभियान को लेकर कई कार्यकर्ता खासे उत्साहित हैं। उनकी सक्रियता की वजह नगर निगम और संगठन के चुनाव हंै। सदस्यता के जरिए वे कार्यकर्ताओं के बीच में जमीन तैयार कर रहे है ताकि उनकी दावेदारी मजबूत हो सके। संगठन चुनाव में भाग्य आजमा सकते हैं तो बाद में नगर निगम चुनाव में वार्ड का आरक्षण अनुकूल होने पर दमदारी से दावा ठोक सकते हैं। इस रणनीति के साथ कई दावेदार तो विस्तारक बनने के लिए भी तैयार हैं।

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