गुरुवार तक भाजपा की साधारण सदस्यता का महाभियान चलेगा। योजना के हिसाब से 1 अगस्त से सक्रिय सदस्यों को बनाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इसमें उन्हें ही बनाया जा सकता है, जिन्होंने भाजपा के 25 साधारण सदस्य बनाए हों। ये भी साफ है कि जो सक्रिय सदस्य नहीं होगा, उसे पार्टी में पद पाने से लेकर चुनाव लडऩे तक का अधिकार नहीं होता है। ऐसे में सक्रिय सदस्यता को भी महत्वपूर्ण माना गया है।
कल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह व संगठन महामंत्री सुहास भगत ने प्रदेश के जिलों में अभियान के प्रभारी व सह-प्रभारी की नियुक्ति कर दी, जिसमें इंदौर से चौंकाने वाले नाम सामने आए। पूर्व पार्षद कल्याण देवांग को प्रभारी बनाया गया, जो कि लंबे समय से लूपलाईन में चल रहे थे। नगर अध्यक्ष गोपी नेमा ने नजदीकी होने की वजह से उनका नाम दिया था, जिस पर नियुक्ति हुई।
इसके अलावा सह-प्रभारी के रूप में निरंजन सिंह चौहान को बनाया गया। पत्नी सपना चौहान पांच साल पहले एमआईसी सदस्य थीं, जिसके बाद पार्टी ने उन्हें मुस्लिम बाहुल्य वार्ड से टिकट दिया था, जहां से वे हार गए थे। तब से उनके पास कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी नहीं थी। चौहान को पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता का घोर विरोधी माना जाता है, हालांकि विधानसभा चुनाव के बाद दोनों में बात शुरू हो गई।
निगम चुनाव में फिर मजबूत
सदस्यता अभियान का प्रभारी व सह-प्रभारी बनाकर पार्टी ने दोनों नेताओं को फिर से खड़ा होने के लिए ऑक्सीजन दे दी है। इन्हें पूरे शहर में घूमने का मौका मिलेगा तो दूसरी तरफ पार्टी के बड़े नेताओं से भी अ’छे ताल्लुक होंगे। मजबूत होने से दोनों नेता एक बार फिर नगर निगम चुनाव में टिकट के दावेदार हो जाएंगे। नियुक्ति के पीछे का गणित ये भी है कि दोनों ही नेता बहुत समय से नेमा से जुड़े हुए हैं, लेकिन विधायकों की पसंद से कार्यकारिणी में नहीं लिया जा सका। मौका लगते ही दोनों को उन्होंने उपकृत कर दिया।