प्रियंका यादव ने पुलिस को बताया कि मेरी शादी 16 नवंबर, 2017 को इंद्रजीत सिंह यादव उर्फ सोनू से हुई थी। मेरे माता-पिता ने शादी में 30 लाख रुपए खर्च किए थे। शादी के कुछ दिन बाद से ही पति इंद्रजीत, सास सुमन यादव, ससुर इंद्रपाल सिंह यादव, जेठ जितेंद्र यादव, ननद रानी तथा घर जमाई बनकर रह रहे नंदोई राज यादव कम दहेज लाने की बात कहते थे। मुझे कहा जाता था कि भिखारियों के घर हमारा रिश्ता हो गया है। पहले पता होता तो ऐसी जगह शादी नहीं करते, दूसरी जगह 50 लाख रुपए का दहेज मिलता। मेरे पति व अन्य सभी द्वारा मेरे साथ गालीगलौच की जाती थी। जब गाली देने से मना करती थी तो सभी मारपीट कर जान से मारने की धमकी देते थे। कहते थे कि छत से फेंक देंगे या आग लगाकर मार देंगे। सभी कहते हैं कि अगर इस घर में रहना है तो अपने मायके से 50 लाख रूपए लेकर आ।
ननद-नंदोई घर में रहकर करते हैं प्रताडि़त
प्रियंका ने पुलिस को बताया कि मेरी ननद शादी के बाद भी घर में रहती है। ननद रानी और नंदोई राज मुझे कहते हैं। शादी में इतना दहेज नहीं दिया तो अब लाकर दे। नंदोई राज दूसरों की शादी का हवाला देते हैं। ससुर आईपीएस 50 लाख लाने का बोलते हैं। वैवाहिक जीवन चलता रहे, इसलिए इनकी प्रताडऩा सहती रही। मेरी सास सुमन यादव व ननद प्रियंका के कहने पर पति ने मुझे 21 अप्रेल 2018 को मायके छोड़ दिया। कहा कि अब जब 50 लाख रुपए की व्यवस्था हो तब ही घर आना। मेरे पिता ने जितना स्त्रीधन व अन्य सामान दिया था, वह भी इन्होंने ही रख लिया। महिला थाना पुलिस ने प्रियंका की शिकायत पर इंद्रजीत उर्फ सोनू, सास सुमन, ससुर इंद्रपाल, जेठ जितेंद्र, ननद रानी तथा नंदोई राज पर दहेज प्रताडऩा, मारपीट, धमकी सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है।