दरअसल, बिजनेसमैन के छोटे भाई को यह गुप्त जानकारी मिली कि दोनों इंदौर के पास एक गांव में रुके हैं। उसके बाद सूरत से दोनों के परिजन शनिवार को इंदौर पहुंचे। वहां पहुंचने पर जानकारी मिली कि दोनों गांव से निकल गए हैं। फिर परिजनों को यह जानकारी मिली कि आखिर बार दोनों को इंदौर के एक रेस्तरां में देखा गया है। परिवार के लोगों ने उस इलाके में पहुंचकर दोनों की तस्वीर रेस्टोरेंट में जाकर दिखाने लगे। इस दौरान एक रेस्टोरेंट के कुछ स्टॉफ ने यह बात कही कि दोनों ने इस स्थान पर भोजन किया है।
जैसे परिजनों को यह पता चला कि दोनों कुछ देर पहले ही रेस्टोरेंट से निकले हैं तो ये लोग भी शहर के मेन बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन की ओर भागे। जब ये लोग इंदौर रेलवे स्टेशन पर पहुंचे तो यह कपल वहां ट्रेन के इंतजार में बैठा था। अगर लोग थोड़ी देर से पहुंचे तो यह कपल इंदौर से निकल जाता। बताया जा रहा है कि दोनों दिल्ली जाने के लिए ट्रेन के इंतजार में थे।
यहां से पकड़कर दूल्हे के पिता और दुल्हन की मां को परिजन पकड़कर गुजरात ले गए। उसके बाद सोमवार को व्यवसायी का परिवार महिला को उसके घर पर नवसारी में छोड़ने गया। लेकिन दुल्हन के परिवार वालों ने महिला को स्वीकार करने से इनकार कर दिया। उस समाज के एक स्थानीय नेता ने कहा कि अब ये लोग प्रेमी युगल हैं।
इंदौर से दोनों को ले जाने के बाद परिजन इस कपल को सूरत जिले के काडोदरा पुलिस स्टेशन और नवसारी के विजलपुर पुलिस स्टेशन लेकर पहुंचे। जहां दोनों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। महिला नवसारी स्थित अपने घर से ही लापाता हुई थी। जबकि पुरुष की बाइक कडोदरा से मिली थी। दोनों ने पुलिस से कहा कि वे अपनी मर्जी से घर छोड़ गए थे। उसके बाद पुलिस ने व्यवसायी को उसके परिवार के साथ जाने दिया औऱ महिला को ले जाने के लिए पुलिस ने उसके पिता को बुलाया।
परिवार स्वीकारने को तैयार नहीं
लेकिन महिला के पिता उसे स्वीकारने को तैयार नहीं हैं। साथ ही वह समाज के नेताओं से पति के साथ समझौता कराने में मदद की मांग कर रहे हैं। मगर समुदाय के नेताओं ने यह कहते हुए मना कर दिया कि यह एक व्यक्तिगत मामला है। लेकिन महिला के पति और परिवार ने उसे नवसारी स्थित घर में रखने से मना कर दिया। महिला कामरेज स्थित अपने माता-पिता के घर साथ रहने चली गई।
वहीं, व्यवसायी के परिवार को महाराष्ट्र के एक राजनीतिक दल के नेता ने पूर्व में ही दोनों के संबंधों को लेकर अलर्ट किया था। वह मध्यप्रदेश में पंचायत चुनावों को लेकर अपनी पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि व्यवसायी भी एक राजनीतिक दल का सक्रिय कार्यकर्ता है। वह महाराष्ट्र के उस नेता को जानता था और इस मामले में उससे मदद मांगी थी।