550 करोड़ का कुल रविवार को कारोबार ज्वेलरी: 100 करोड़
प्राॅपर्टी: 200 करोड़
ऑटोमोबाइल: 50 करोड़
इलेक्ट्राॅनिक्स: 50 करोड़
मोबाइल: 50 करोड़
कपड़ा : 80 करोड़
अन्य: 20 करोड़ व्यापारियों ने खरीदे बही खाते
पुष्य नक्षत्र पर व्यापारी अपने संस्थानों के लिए नए बही खाते भी खरीदते हैं। शनिवार को शुभ मुहूर्त में पूजन करके बही खाते संस्थानों में लाए गए। व्यापारी पारंपरिक वेषभूषा में बही खाते लेने पहुंचे। दुकानदारों ने भी ग्राहकों का तिलक कर स्वागत किया। मान्यता के अनुसार इस दिन बही खाते खरीदने से व्यापार में बढ़ोतरी होती है।
पहले दिन साढ़ेे चार सौ करोड़ का कारोबार हुआ था शनिवार को करीब 450 करोड़ का कारोबार हुआ। रविवार को छुट्टी के दिन आंकड़ा 550 करोड़ का रहने का अनुमान लगाया जा रहा है। शनिवार सुबह से ही शोरूम-दुकानों पर ज्वेलरी खरीदी, दो-पहिया चार पहिया वाहन की खरीदी होती रही। इधर, प्रॉपर्टी बाजार में भी सौदे हुए। इसी तरह कपड़ा बाजार में भी ग्राहकों की रौनक देखी गई। इलेक्ट्रॉनिक्स आयटम्स की भी जमकर बिक्री हुई। इस साल त्योहारी सीजन में करीब 25 से 30 प्रतिशत ज्यादा ग्राहकी की उम्मीद है। शनिवार को कपड़ा, बर्तन, सराफा, इलेक्ट्रॉनिक बाजारों में रौनक रही। ऐसी ही स्थिति रविवार को भी होने की उम्मीद है। पं. अमर डब्बावाला ने बताया, शनिवार सुबह 8 बजे से लगा पुष्य नक्षत्र रविवार के दिन तक रहेगा, क्योंकि उदय काल से अस्त काल तक की मान्यता भारतीय परंपरा में और व्यवहार में दिखाई देती है। इस दृष्टि से खरीदारी दोनों ही दिनों की उपयुक्त मानी जाती है। इलेक्ट्रॉनिक, संपत्ति, भूमि, निवेश के प्रोजेक्ट, पॉलिसी, बैंक एफडी, मूर्तियां, चांदी-सोने के सिक्के, आभूषण आदि की खरीदारी की जा सकती है। रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र का प्रभाव होने से यह सर्वार्थ सिद्धि योग कहलाएगा। सर्वार्थ सिद्धि योग में सभी कार्य सिद्ध होते हैं। खरीदारी से लेकर पॉलिसी बैंङ्क्षकग आदि के लिए इसको शुभ माना जाता है। यह कार्य की प्रगति व लाभ के लिए अनुकूल माने जाते हैं।