यह है पूरा मामला करीब तीन माह पहले सीखने के प्रतिफल नाम से एक पोस्टर तैयार किया गया था। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री शिवराज ङ्क्षसह चौहान, शिक्षा मंत्री विजय शाह और शिक्षा राज्य मंत्री दीपक जोशी का नाम और फोटो सबसे ऊपर अंकित किया गया। राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा तैयार किए गए इस पेास्टर में हर एक कक्षा के हिसाब से कुछ बिंदू तैयार किए गए थे। पोस्टर के माध्यम से शिक्षकों कहा गया था कि उन्हें इन बिंदुओं के हिसाब से बच्चों को तैयार करना है।
डीपीसी ने लगवाए थे जिला परियोजना समन्वयक डीपीसी अक्षय ङ्क्षसह राठौर ने करीब तीन माह पहले इन पोस्टर को सभी प्राथमिक और माध्यमिक स्तर के स्कूलों में चस्पा करने निर्देश दिए थे, लेकिन आचार संहिता लगने के बाद इन्हें हटाने के लिए नहीं कहा गया। अभी तक अधिकांश स्कूलों में यह पोस्टर अनौपचारिक रूप से भाजपा का प्रचार कर रहे हैं।
निकालने के लिए कहा था जानकारी के अनुसार बीआरसी राजेंद्र सिंह तंवर और अशोक जोशी ने आचार संहिता लगते ही अपने स्तर पर पोस्टर हटाने के लिए कहा था, लेकिन बाकी के बीआरसी संपत्ति निरूपण का नियम भूल गए।