यह बात आज सुबह प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से चर्चा के दौरान कही। रेसीडेंसी कोठी पर मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि बिल्कुल चुनावी यात्रा है। कानून और व्यवस्था की मैं बात करू तो एक जमाना था मध्य प्रदेश के ऊपरी हिस्से में डकैतों का राज था। सरे आम लोग गोलियों से भून दिए जाते थे। हमने तय किया कि डकैत नहीं रहेंगे और मुझे गर्व है कि दस्यु उन्मूलन हो चुका है।
महिला सुरक्षा के मामले कांग्रेस के समय ऐसी घटनाओं पर मंत्री कहते थे कि एक बार रेप होगा तो 50000 जुर्माना देंगे दूसरी बार फिर 50000 देंगे। लेकिन हमने कानून बनाया, मध्यप्रदेश मासूम बिटिया के साथ अगर दुराचार होगा तो दरिंदे फांसी के फंदे पर लटक जाएंगे। और मुझे खुशी है कि आज इस कानून को प्रधानमंत्री जी ने पूरे देश में लागू कर दिया है।
कांग्रेस को लेकर चौहान ने कहा कि मैंने यात्रा शुरू करे तो उन्होंने महाकाल महाराज को चिट्ठी लिखी। महाकाल की शरण में जाओ पूजा अर्चना करो सेवा करो तो वह प्रसन्न होंगे । कांग्रेस के मित्र मेरा विरोध करते जरूर है, लेकिन कुछ नहीं मिला तो एक चिट्ठी लिखकर बयान जारी कर दिया। मेरे मित्रों चिट्ठी लिखने से कुछ नहीं होगा।
और भी काम करने है…
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मुझे अभी शिक्षा के क्षेत्र में और बेहतर काम करना है, स्वास्थ्य के क्षेत्र में और काम करने की गुंजाइश है। तत्कालीन कांग्रेस के मुख्यमंत्री शिक्षा की व्यवस्था पूरी अधकचरी कर गए थे। क्योंकि शिक्षा कर्मी 500 से 1200 रुपए ऐसे में कौन शिक्षक पढ़ाएगा। व्यवस्था को धीरे-धीरे ठीक करने की कोशिश की है। शिक्षकों के सैलरी सम्मानजनक कर दी गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्टरों का भारी अभाव में मैं स्वीकार करता हूं और उसका कारण एक यह भी है कि मेडिकल कॉलेज हमारे यहां बहुत कम है इस साल सरकारी क्षेत्र में साथ में मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं। इसी साल रतलाम, विदिशा और खंडवा के मेडिकल कॉलेज भी खुल जाएंगे। बाकि के शहडोल, छिंदवाड़ा और शिवपुरी में भी तेजी से काम करेंग। डॉक्टरों की संख्या बढऩे पर हम ग्रामीण क्षेत्रों में भी पदस्थ कर पाएंगे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मुझे अभी शिक्षा के क्षेत्र में और बेहतर काम करना है, स्वास्थ्य के क्षेत्र में और काम करने की गुंजाइश है। तत्कालीन कांग्रेस के मुख्यमंत्री शिक्षा की व्यवस्था पूरी अधकचरी कर गए थे। क्योंकि शिक्षा कर्मी 500 से 1200 रुपए ऐसे में कौन शिक्षक पढ़ाएगा। व्यवस्था को धीरे-धीरे ठीक करने की कोशिश की है। शिक्षकों के सैलरी सम्मानजनक कर दी गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्टरों का भारी अभाव में मैं स्वीकार करता हूं और उसका कारण एक यह भी है कि मेडिकल कॉलेज हमारे यहां बहुत कम है इस साल सरकारी क्षेत्र में साथ में मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं। इसी साल रतलाम, विदिशा और खंडवा के मेडिकल कॉलेज भी खुल जाएंगे। बाकि के शहडोल, छिंदवाड़ा और शिवपुरी में भी तेजी से काम करेंग। डॉक्टरों की संख्या बढऩे पर हम ग्रामीण क्षेत्रों में भी पदस्थ कर पाएंगे।
मालवा नदंनवन बन जाएग…
नर्मदा को मालवा मिलाना है। लिफ्ट किए बिना पानी आ नहीं आ सकता। अफसरों ने इस काम अंसभव कहा। असंभव शब्द मेरे शब्दकोश में लिप्त है। लेकिन यह बस हुआ। सितंबर में नर्मदा का पानी गंभीर में आ जाएगा। इसके बाद पार्वती और काली सिंध योजना में नर्मदा का पानी जाएगा और मालवा नंदनवन बन जाएगा।
नर्मदा को मालवा मिलाना है। लिफ्ट किए बिना पानी आ नहीं आ सकता। अफसरों ने इस काम अंसभव कहा। असंभव शब्द मेरे शब्दकोश में लिप्त है। लेकिन यह बस हुआ। सितंबर में नर्मदा का पानी गंभीर में आ जाएगा। इसके बाद पार्वती और काली सिंध योजना में नर्मदा का पानी जाएगा और मालवा नंदनवन बन जाएगा।
नहीं जाएगा नर्मदा में सीवेरज का पानी…
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि नर्मदा जी का पानी प्रदूषित ना हो इसलिए नर्मदा के तट पर 20 शहर है जिनके सीवरेज का पानी नर्मदा में जाता है। इन सभी 20 शहरों में सीवरेज का नया सिस्टम ट्रीटमेंट प्लांट बनाने का फैसला किया है, कई जगहों पर काम शुरू हो चुका है। चार जगह टेंडर हुए है। जैसे ही काम पूरा होगा सीवरेज का पानी नर्मदा में जाना बंद हो जाएगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि नर्मदा जी का पानी प्रदूषित ना हो इसलिए नर्मदा के तट पर 20 शहर है जिनके सीवरेज का पानी नर्मदा में जाता है। इन सभी 20 शहरों में सीवरेज का नया सिस्टम ट्रीटमेंट प्लांट बनाने का फैसला किया है, कई जगहों पर काम शुरू हो चुका है। चार जगह टेंडर हुए है। जैसे ही काम पूरा होगा सीवरेज का पानी नर्मदा में जाना बंद हो जाएगा।
आर्थिक रूप से मजबूत है प्रदेश….
प्रदेश के उपर चढ़े कर्ज को लेकर सीएम चौहान ने कहा कि हर राज्य के लिए भारत सरकार द्वारा मापदंड तय किए गए है। उसी के अनुसार मप्र के जीडीपी के लिहाज से 3.30 फीसदी कर्जा लिया जा सकता है। मध्य प्रदेश को विशेष सुविधा मिली है क्योंकि हमारी आर्थिक स्थिति बेहतरीन है। कांग्रेस के जमाने में तो 21000 करोड का कुल बजट हुआ करता था हमारा बजट है 2 लाख 5000 करोड़ का है। कांग्रेस के जमाने में 100 रुपए में 22 रुपए ब्याज में खर्च होते थे, लेकिन वर्तमान में 100 रुपए 7 रुपए ब्याज में खर्च हो रहे है।
प्रदेश के उपर चढ़े कर्ज को लेकर सीएम चौहान ने कहा कि हर राज्य के लिए भारत सरकार द्वारा मापदंड तय किए गए है। उसी के अनुसार मप्र के जीडीपी के लिहाज से 3.30 फीसदी कर्जा लिया जा सकता है। मध्य प्रदेश को विशेष सुविधा मिली है क्योंकि हमारी आर्थिक स्थिति बेहतरीन है। कांग्रेस के जमाने में तो 21000 करोड का कुल बजट हुआ करता था हमारा बजट है 2 लाख 5000 करोड़ का है। कांग्रेस के जमाने में 100 रुपए में 22 रुपए ब्याज में खर्च होते थे, लेकिन वर्तमान में 100 रुपए 7 रुपए ब्याज में खर्च हो रहे है।