विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आदर्श आचार संहिता लगने की घोषणा शनिवार को दोपहर 3 बजे हुई, लेकिन नेताओं के होर्डिंग-पोस्टर निकालने के लिए नगर निगम रिमूवल विभाग का अमला इसके पहले ही सक्रिय हो गया। सबसे पहले निगम रिमूवल अमले ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के इंदौर आने पर लगाए गए भाजपा के झंडे, बैनर, पोस्टर और कमल के फूल की जगह-जगह लगी पट्टियों को निकालना शुरू किया। इस कार्रवाई के चलते जैसे ही आचार संहिता लगी वैसे ही निगम अफसरों के सेट गूंजने लगे और शहर में जहां-जहां भाजपा-कांग्रेस नेताओं सहित केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने के लिए लगे होर्र्डिंग-पोस्टर हटाने की कार्रवाई शुरू की गई। सेट पर ही अफसरों को लोकेशन बताकर कार्रवाई की जा रही थी।
आज भी चलेगी मुहिम आयुक्त आशीष सिंह के निर्देश पर रिमूवल विभाग सहित निगम के अन्य अफसर कार्रवाई करने के लिए सक्रिय हुए। आचार संहिता लगने के बाद से देर रात तक शहर के चौराहों, सडक़ के बीच डिवाइडरों, बिजली के पोल और सार्वजनिक शौचालयों सहित अन्य जगहों पर लगे होर्डिंग-पोस्टर सहित झंडे-बैनर हटाए गए। इसके साथ ही निगम के 19 जोनों पर तैनात जोनल अफसर (जेडओ) को अपने-अपने क्षेत्रों में रात 9 बजे के बाद उन दीवारों की पुताई कराने के लिए निकले, जिन पर सरकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, महापौर मालिनी गौड़ और विधायक सुदर्शन गुप्ता सहित अन्य भाजपा विधायकों, पार्षदों और भाजपा-कांग्रेस नेताओं के नाम लिखे हुए थे। निगम के जेडओ ने देर रात तक मुहिम चलाकर दीवारों पर लिखे मोदी-शिवराज सहित अन्य भाजपा-कांग्रेस नेताओं के नाम पोतकर मिटाए। इधर, आचार संहिता लगने के बाद चली कार्रवाई की मुहिम के तहत परदेशीपुरा चौराहे के आगे सुभाष नगर चौराहा पर लगे कमल के फूल की रोटरी को सफेद कपड़े से ढंग दिया गया है। निगम का अमला आज फिर मुहिम चलाकर होर्डिंग-पोस्टर हटाने के साथ नामों को पोतने की कार्रवाई करेगा।
कार्रवाई के लिए मांगी मदद आयुक्त सिंह ने आदर्श आचार संहिता के पालन में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी इंदौर को पत्र लिखकर निगम स्तर से नगरीय क्षेत्र में सपंति विरूपण के विरूद्ध कार्रवाई के लिए पत्र लिखकर मदद मांगी है। कार्रवाई के दौरान अवैध होर्डिंग, बैनर, पोस्टर आदि को हटाए जाने के समय विवादों की आशंका को ध्यान में रखते हुए संपति विरूपण की कार्रवाई में संलग्न दस्ते को पुलिस सहायता की आवश्यकतानुसार सहयोग देने का अनुरोध किया गया है। साथ ही सभी थाना प्रभारियों, नगर पुलिस अधीक्षक एवं कार्य पालिका दंडाधिकािरयों को निर्देशित करने व अपेक्षानुसार पुलिस सहायता उपलब्ध कराने का भी अनुरोध पत्र में किया गया है।