यह बात जिला कांग्रेस अध्यक्ष सदाशिव यादव ने कल उस समय कही जब वे कलेक्टर मनीष सिंह और डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्री से मिलने के लिए पहुंचे। इस दौरान विधायक जीतू पटवारी, संजय शुक्ला, विशाल पटेल, शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल, पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार, कांग्रेस नेता पंकज संघवी, शेख अलीम और चिंटू चौकसे आदि मौजूद थे। शहर में जरूरतमंद लोगों तक खाद्यान्न सामग्री की पूर्ति करने और शहर में कोरोना वायरस की स्थिति को लेकर चर्चा करने यह कांग्रेस पहुंचे थे।
जिला अध्यक्ष यादव के किसानों और मजूदरों को पुलिस के मारने की बात कहने पर कलेक्टर सिंह और डीआईजी मिश्र ने कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए। मामले को हम दिखवाकर कर कार्रवाई करेंगे। शहर अध्यक्ष बाकलीवाल ने भी कहा कि दवाइयों की दुकानें भी पुलिस बलपूर्वक बंद करा रही है, जिससे आम जनता को काफी परेशानियां हो रही हैं। इतना ही दवाई दुकान खोलने के कागजात दिखाने के बावजूद मारपीट अलग की जा रही है। जरूरतमंद की मदद करने वालों के साथ ऐसी सख्ती क्यों? इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में किराना सामग्री उपलब्ध कराकर दुकानों को खुलवाने की मांग रखी गई।
जिला अध्यक्ष यादव ने कहा कि एक गाड़ी की परमिशन दी जाए, जो कि थोक व्यापारी से माल लेकर ग्रामीणों तक पहुंचा सकें। इस पर कलेक्टर सिंह बोले व्यवस्था करते हैं। विधायक पटेल ने ग्रामीण क्षेत्र में बैंकों का समय बढ़ाने की मांग रखी। कलेक्टर सिंह ने बैंकों का समय एक घंटे बढ़ाते हुए सुबह 9 से 12 बजे कर दिया। कलेक्टर से मिलने पहुंचे कांग्रेसियों ने जरूरतमंद लोगों तक सामग्री पहुंचाने की अनुमति मांगी। इसे न देते हुए कलेक्टर ने कहा कि हम प्रशासन की गाड़ी भिजवा देंगे। आप खाने के पैकेट अपने 2-3 साथियों के साथ दे दें। हम उन्हें बटंवा देंगे। विधायक पटवारी ने कोरोना को छोड़कर अन्य मरीजों का अस्पतालों में इलाज न होने की बात कही। इस पर कलेक्टर ने कहा कि हमने व्यवस्था कर दी है। अगर कोई डॉक्टर इलाज नहीं करता है तो स्वास्थ्य हेल्पलाइन पर शिकायत करें कार्रवाई होगी।
बारदान देने से दरबार को किया इनकार
पूर्व विधायक दरबार ने आलू-प्याज भरने के लिए बारदान उपलब्ध कराने की बात कही। इस पर कलेक्टर ने इनकार कर दिया और बोले यह काम हम नहीं कर पाएंगे। पंकज संघवी ने क्वारेंटाइन सेंटर बनाने के लिए गुजराती कॉलेज देने की बात कही।