चर्चा है कि चंबल को लेकर दंगल चल रहा था, जिसको लेकर मंथन चलता रहा। राष्ट्रीय संगठन के निर्देश पर 1 से 6 दिसंबर के बीच प्रदेश के 57 जिलों में कार्य समिति का प्रशिक्षण वर्ग रखा गया है लेकिन आधे से अधिक जिलों में कार्यकारिणी नहीं बनी है। उसके साथ मोर्चा-प्रकोष्ठों में भी जिला अध्यक्षों की नियुक्ति होना है, जिसका सिलसिला शुरू हो गया। उसे गति देने के लिए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष शर्मा दिल्ली जाते-जाते इंदौर रुक गए। कल शाम को राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष के साथ उनकी फ्लाइट की टिकट बुक थी, लेकिन अचानक उसे निरस्त कर दिया गया।
बताते हैं कि संतोष ने प्रदेश संगठन को सभी जिलों में समय पर प्रशिक्षण जा कराए जाने के निर्देश जारी किए हैं। इसके चलते शर्मा ने दिल्ली जाना कैंसल कर दिया। रिंग रोड की एक पांच सितारा होटल में शर्मा रुके थे, जहां पर संगठन महामंत्री सुहास भगत व सह संगठन मंत्री हितानंद भी मौजूद थे। तीनों नेताओं के बीच में काफी देर तक मंथन चलता रहा।
बताया जाता है कि जिले की कार्यकारिणी थ मोर्चा प्रकोष्ठों की पैनल के क्रम से चर्चा की गई। उसी क्रम में जिला अध्यक्षों से भी जात की गई। जिन जिलों से मोर्सों की सूची आ गईं, वहां के नामों को तय कर दिया गया है। चर्चा है कि चंबल यानी ग्वालियर बेहट में जिला कार्यकारिणी के साथ मोचों की भी नियुक्ति करना है, जिसको लेकर खासा पेंच फंसा है। यहां पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को सर्मथकों के साथ में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के भी नामों को उपकृत करना है। दिल्ली से मिले संकेत के हिसाब से उन्हें भी पूरा महत्व दिया जाना है। इसके चलते खासी माथापच्ची हो रही है।
इंदौरी नेताओं को किया रवाना
गौरतलब है कि संतोष को छोड़कर सारे नेता होटल में पहुंच गए थे। उनके साथ इंदौर नगर भाजपा अध्यक्ष गौरव रणदिवे, जिला अध्यक्ष राजेश सोनकर के अलावा सायन सौनकर व गोलू शुक्ला भी मौजूद थे। भोजन करने के बाद वीडी शर्मा ने सभी इंदौरी नेताओं को रवाना कर दिया। आज सुबह भगत व हितानंद भोपाल के लिए रवाना हुए तो शर्मा ने दिल्ली की फ्लाइट पकड़ ली।