भोपाल में 1 व्यक्ति और जबलपुर में 2 और लोगों ने 27 मार्च को नोवेल कोरोना वायरस के लिए परीक्षण कराया जो पॉजिटिव मिले। राज्य में वायरस परीक्षण करने वाले 39 पॉजिटिव मरीजों में से अबतक प्रदेशभर में दो की मौत हुई है। इंदौर में कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ़ते देक अब इंदौर में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। सोमवार से इंदौर में पूरी तरह से घरों के बाहर निकलने वालों पर पुलिस की सख्ती रखने के निर्देश जारी कर दिये गये हैं।
प्रदेश में कुल कोरोना रोगी : 39
प्रदेश के 6 जिलों में कोरोना का संक्रमण सबसे ज्यादा फैला है। अब तक 02 (एक इंदौर, एक उज्जैन) की मौत, 39 पॉजिटिव संक्रमित मिले हैं। जिसमें जबलपुर: 08, इंदौर: 20, भोपाल-03, उज्जैन : 04, शिवपुरी-02, ग्वालियर-02 कोरोना पॉजिटिव पाये गए। कोरोना का कहर मध्यप्रदेश में बढ़ने के कारण अब सरकार लगातार सख्ती बरत रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय में कोरोना की रोकथाम के प्रयासों की समीक्षा की। विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना वायरस के लक्षण 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे और 65 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों में ज्यादा प्रभाव छोड़ते हैं यानि की इन आयु वर्ग के लोगों में कोरोना के संक्रमण का खतरा अधिक होता है।
कोरोना संक्रमण से बचाव
सोशल डिस्टेंस का सीधा मकसद महामारी को बढ़ने से रोकना। अगर ऐसा करने में सफल होते हैं तो इससे स्वास्थ्य प्रणाली पर बोझ कम पड़ेगा। सोशल डिस्टेंस इस बीमारी को रोकने से ज्यादा इसके बढ़ने की दर को कम करने का साधन है, जिससे लोग ज्यादा बीमार नहीं पड़ेंगे। इंफेक्शन कम फैले और बीमारी थम जाए, इसलिए एक-दूसरे से कम संपर्क रखने यानि सोशल डिस्टेंस बनाने के निर्देश दिये जा रहे हैं। कोविड-19 कोरोना वायरस को नियंत्रण करने का सावधानी और सोशल डिस्टेंस यानि एक-दूसरे दूरी ही इसका इलाज है। सोशल मीडिया पर चल रहे भ्रमक इलाज, टीके और उपचार गलत हैं इस बाद की पुष्टी हो चुकी है।