शुभम् पिता मुकेश परमार की बरात को गांव के दबंगों द्वारा रोका गया। उसके परिवार का कहना है कि कल बरात निकल रही थी। इसी दौरान गांव के ही राम मंदिर में दर्शन करने के लिए जा रहे थे। इसी दौरान कुछ दबंगों ने उसे रोक लिया। उसे मंदिर में जाने से रोका गया था। इसके बाद बैंड वालों के साथ भी मारपीट कर भगा दिया। जब दूल्हे शुभम ने उन्हें रोकना चाहा तो उसके साथ भी मारपीट करने की कोशिश की। बरातियों ने बीच-बचाव किया। पुलिस को भी इस पूरे मामले की सूचना दी गई। इस पर पुलिस का दल वहां पर पहुंचा, लेकिन इसके बाद भी विवाद होता रहा। इसी बीच शिप्रा टीआई दल -बल के पास वहां पर पहुंचे। पुलिस ने उलटा बरात की ढोलक को आचार संहिता का हवाला देते हुए पकड़ लिया था, जिसे बाद में अनुमति पत्र बताने पर छोड़ा गया।
निराश होकर दूल्हे के परिजनों ने बरात ना निकालने का और मंदिर में दर्शन नहीं करने तक का निर्णय लिया था। मौके पर पहुंचे शिप्रा टीआई मोहनसिंह की समझाइश के बाद मंदिर में दर्शन किए। इसके बाद पुलिस की सुरक्षा में बारात वहां से निकाली। इस मामले में पुलिस को शिकायत भी की गई है। पुलिस आरोपित पर कार्रवाई कर रही है।