भिक्षावृत्ति से जुड़े परिवारों के बच्चों की डीएनए जांच
– दूसरों के बच्चों को लाकर भीख मंगवाने का शक
भिक्षावृत्ति से जुड़े परिवारों के बच्चों की डीएनए जांच
मनीष यादव @इंदौर. पुलिस भिक्षावृत्ति से जुड़े हुए परिवार और उनके बच्चों की डीएनए जांच कराने जा रही है। बताया जाता है कि पुलिस को शक है कि परिवार किसी दूसरे के बच्चों को लाकर अपने पास रखे हुए हैं और उन्हें अपना बच्चा बताकर भीख मंगवा रहे हैं।
पुलिस द्वारा हाल ही में एक अभियान की शुरुआत की गई है। इस अभियान के तहत भिक्षावृत्ति से जुड़े हुए बच्चों के पुनर्वास में मदद की जा रही है। वहीं उनसे जबर्जस्ती भीख मंगवाने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। तिलकनगर में एक ऐसे ही बच्चे को रेस्क्यू किया गया है। उसे खरगोन से यहां पर बहला-फुसलाकर लाया गया था। इसके बाद उससे भीख मंगवाई जा रही थी। सीएसपी खजराना एसकेएस तोमर ने बताया कि पुलिस के इस अभियान में कुछ इलाकों को चिन्हित किया गया है। इन इलाकों को चिन्हित किया गया है, जहां पर यह परिवार रह रहे हैं। पुलिस की टीम यहां पर सर्चिंग कर रही है। हर परिवार की सारी जानकारी नोट की जा रही है। पूरे परिवार के फोटो ले रहे हैं, ताकि रिकॉर्ड में रखा जा सके। उनके नाम पते के साथ ही बच्चों की भी सारी जानकारी ली जा रही है। उसका जन्म कहां पर और कब हुआ। उनके पास किसी तरह का आइडेंटटी कार्ड है, अगर है तो उसकी कॉपी ले रहे हैं। जिनके पास नहीं है, उनके गांव आदि के बारे में जानकारी लेकर उसे संबंधित थाने की पुलिस से चेक कराया जा रहा है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह सही बोल रहे हैं कि नहीं। इसके अलावा बच्चों की भी अलग से काउंसलिंग की जा रही है। इसके लिए संस्थाओं की भी मदद ले रहे हैं। इस जांच में जो परिवार संदिग्ध नजर आ रहे हैं, उनकी और बच्चों की डीएनए जांच भी की जाएगी। कुछ बच्चों को यह लोग इस उम्र में अपने साथ ले आते हैं कि वह लोग अपने सही माता-पिता को पहचनाने के बजाए, जिनके साथ में रह रहे हैं, उन्हें भी माता-पिता मानने लगते हैं। इसके लिए विधिवत कानूनी कार्रवाई की जाना है। उस पूरी प्रक्रिया तो पालन किया जा रहा है। इस जांच में अगर झूठ बोलना निकला तो उन पर कार्रवाई भी की जाएगी।
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