मालूम हो, डीन के दौरे में गायनिक विभाग को छोड़ सभी विभागों में सीनियर डॉक्टर नहीं मिले थे। दो घंटे तक डीन अलग-अलग विभागों में पहुंचीं, लेकिन इलाज जूनियर डॉक्टरों के भरोसे ही चलता मिला। अधिकतर क्लीनिकल विषयों के डॉक्टर अपने क्लीनिक या अस्पतालों में निजी प्रैक्टिस में व्यस्त रहते हैं। डीन ने गायब मिले सभी डॉक्टरों को नोटिस जारी करने की बात मौके पर कह अगले दिन सूची बनाने का हवाला दिया था। शुक्रवार को डीन डॉ. बिंदल ने कहा, इस समस्या का हल कारण बताओ नोटिस से नहीं निकलेगा। डॉक्टरों की उपस्थिति तय करने के लिए नया सिस्टम बनाना होगा। मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ. वीपी पांडे ने शुरुआत की है। वह खुद मौजूद रहकर डॉक्टरों की उपस्थिति सुनिश्चित कर रहे हैं। सोमवार को सभी विभागों के एचओडी को बैठक के लिए बुलाया है। उनसे चर्चा कर सिस्टम बनाया जाएगा। इसके लिए बायोमेट्रिक हाजरी सहित अन्य संसाधनों की मदद ली जाएगी। एचओडी की भी जिम्मेदारी तय करेंगे।