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ये राहत भी नहीं हो रही हजम, 200 रुपए का बिजली बिल भी नहीं देना चाहते लोग

locationइंदौरPublished: Sep 04, 2018 01:45:09 pm

Submitted by:

Faiz

200 रुपए बिजली बिल भी नहीं देना चाहते लोग, अब तक नहीं हुए लाखों बिल जमा

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200 रुपए बिजली बिल भी नहीं देना चाहते लोग, अब तक नहीं हुए लाखों बिल जमा

इंदौरः चुनाव से पहले सरकार प्रदेश के हर तबके के लिए कई योजनएं लाई है। इसमें खास फोकस प्रदेश की गरीब जनता पर है। इसी कड़ी में प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने गरीबों के बिजली बिल माफ कर दिए, साथ ही आगे उन्हें मात्र 200 रुपए ही बिजली बिल देने की सौगात दी। लेकिन सरकार द्वारा दी गई प्रदेश की जनता को इतनी बड़ी राहत भी हज़म होते दिखाई नही दे रही है। चुनावी छूट के लोभ में बिजली उपभोक्ताओं को महीने भर के बिजली इस्तेमाल पर 200 रुपए बिल देना भी मंज़ूर नहीं है।

4 लाख उपभोक्ताओं ने नहीं किया बिल भुगतान

बिजली कंपनी से सरल योजना का लाभ ले चुके लाखों उपभोक्ता अब बिल जमा नहीं कर रहे। पश्चिम क्षेत्र कंपनी में करीब 4 लाख उपभोक्ताओं ने अपना बिल भुगतान नहीं किया है। हालांकि, अब बिजली कंपनी ऐसे लोगों पर बड़ी कार्रवाई करने की योजना बना रही है। कंपनी बिल वसूलने के लिए डाटा विश्लेषण कर आंकड़े जुटाएगी, उस हिसाब से उन लोगों की सूचि तैयार की जाएगी जिन्होंने अब तक अपना मात्र 200 रुपए बिजली बिल भी जमा नहीं किया है।

जारी किया जा चुका है पहला बिल

सरकार ने सरल योजना के तहत पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने अब तक करीब 18 लाख उपभोक्ताओं को बिजली बिल में राहत का लाभ दे दिया है। सभी उपभोक्ताओं को पहला बिल जारी भी कर दिया गया है। मियाद बीतने के बाद भी इनमें से तकरीबन 4 लाख ने बिल अब तक चुकाए नहीं गए हैं। बिजली कंपनी परेशान है, क्योंकि सस्ती बिजली देने के बाद उम्मीद की जा रही थी कि नाममात्र का बिल ये उपभोक्ता नियमित तौर पर जमा करेंगे। कंपनी पर ऐसे उपभोक्ता दोहरा भार साबित होते दिख रहे हैं। एक तो उन्हें छूट मिल रही है दूसरी ओर उनके द्वारा बिल नहीं जमा करने की आदत से बिजली कंपनी का घाटा बढ़ाता दिख रहा है।

सरकार की नाराजगी भी बड़ी चुनौती

हालांकि, बिजली कंपनी कार्रवाई का मूड तो बना रही है। लेकिन उसे इस बात का अंदेशा भी है कि, अगर बिजली बिल वसूली के लिए इस तरह की कार्रवाई की गई तो ऐसा नहीं कि, कंपनी को सरकार की नाराज़गी का सामना करना पड़े। इसलिए कंपनी बड़ी असमंजस की स्थिति में हैं। अगर कार्वाई की गई तो सरकार नाराज़ हो सकती है, क्योंकि सरकार नहीं चाहती कि, किसी भी तरह लोगों को नाराज़ किया जाए। वहीं, अगर कार्रवाई नहीं की गई तो कंपनी को भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है। ऐसे हालात में सिर्फ 200 रुपए के बिल वसूली भी कंपनी के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है।

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