ज्यादातर संस्थानों ने पिछले साल ही सीटों में वृद्धि कर दी थी, लेकिन आइआइटी और आइआइएम इंदौर में बढ़ने वाली सीटों के लिहाजा से पर्याप्त इंतजाम नहीं थे। जिस कारण आइआइटी इंदौर ज्यादा सीटें नहीं बढ़ा पाया था। जबकि आइआइएम ने कुछ फीसदी सीटें बढ़ाईं थीं।
अब आइआइटी में नए हॉस्टल तैयार होने के बाद 2020-21 के सत्र में ईडब्ल्यूएस कोटे का पूरा लाभ देने का फैसला संश्थान ने किया है। आइआइटी के मीडिया प्रभारी डॉ सुनील कुमार ने बताया, यूजी-पीजी कोर्स में सीटें बढ़ाई जा रही हैं। चार ब्रांच में बी टेक होती है। अभी हर कोर्स की 60-60 सीटें हैं। सीटों में वृद्धि के बाद हर कोर्स की 75-75 सीटें हो जाएंगी।