विधानसभा चुनाव के दौरान सुनवाई न होने और टिकट वितरण को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ विवाद के चलते गुड्डू ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था। गुड्डू के बेटे अजीत बोरासी को विधानसभा चुनाव लडऩे का मौका तो मिला, लेकिन वे हार गए और फिर उन्हें भाजपा में कोई खास तव्वजो नहीं मिली। अब गुड्डू के लिए सांवेर का उपचुनाव कांग्रेस में वापसी का रास्ता बन गया है। उपचुनाव को ध्यान में रखते हुए गुड्डू सक्रिय हैं। इसी कड़ी में ये बैठक ली, जिसमें कहा कि यह पहला मौका है, जब सांवेर क्षेत्र की जनता ने जिस प्रतिनिधि पर विश्वास कर उसे चुनाव में विजय दिलाई, उसी ने जनता के साथ विश्वासघात किया। सांवेर क्षेत्र का इतिहास उज्ज्वल है। इस पर सिलावट ने कलंक लगा दिया।
सिंधिया को भी लिया निशाने पर
गुड्डू ने यहां तक कहा कि जिस सिंधिया परिवार ने हमेशा देश और राजनीतिक दलों के साथ गद्दारी की, उस परिवार के साथ वफादारी निभाने के लिए सांवेर की जनता के साथ गद्दारी करने वालों को सहन नहीं करना है। अपने हितों के लिए सांवेर की जनता को धोखा देने वाले ऐसे जनप्रतिनिधि को सबक सिखाना आवश्यक है, ताकि आने वाले समय में कोई अन्य जनप्रतिनिधि इस तरह से गद्दारी नहीं कर सके। बैठक में बड़ी संख्या में भाजपा और कांग्रेस से जुड़े नेता शामिल थे।